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देश के कुछ हिस्सों में लाउडस्पीकर विवाद के बीच पटना में महावीर मंदिर और मस्जिद एक-दूसरे की पूजा कार्यक्रमों और समारोहों का सम्मान करते हुए सांप्रदायिक सद्भाव दिखाते हैं। मंदिर और मस्जिद सिर्फ 50 मीटर की दूरी पर हैं। अजान के दौरान मंदिर अपने लाउडस्पीकरों को बंद कर देता है। मस्जिद समान रूप से एक-दूसरे के प्रति श्रद्धा के प्रतीक के रूप में मंदिर के भक्तों का ख्याल रखती है।
रामनवमी पर शरबत की पेशकश
एएनआई से बात करते हुए पटना मस्जिद के अध्यक्ष फैसल इमाम ने कहा कि ‘सम्मान के प्रतीक के रूप में अजान के दौरान मंदिर लाउडस्पीकर को बंद कर देता है। मंदिर में लाउडस्पीकर से पूरे दिन भजन-कीर्तन बजाते हैं, लेकिन सम्मान के प्रतीक के रूम में अजान के दौरान बंद कर दिए जाते हैं। ऐसी एकता की भवना है।’ उन्होंने ये भी कहा कि ‘रामनवमी के अवसर पर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को मस्जिद की ओर से शरबत का ऑफर किया जाता है। हमने रामनवमी पर मंदिर में आनेवाले भक्तों को शरबत की पेशकश की। क्योंकि वे मस्जिद के सामने कतार में थे।’
‘अक्सर एक-दूसरे की मदद करते हैं।’
इसी तरह पटना महावीर मंदिर के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने एएनआई को बताया कि ‘वे (मंदिर-मस्जिद के लोग) अक्सर एक-दूसरे की मदद करते हैं और भाईचारा बनाए रखते हैं। न तो हमें अजान से कोई समस्या है न ही उन्हें भजन-कीर्तन से। हम अपने बीच भाई-चारा बनाए रखते हैं और अक्सर एक-दूसरे की मदद करते हैं।’
‘किसी भी धर्म में हस्तक्षेप नहीं करेगी सरकार’
लाउडस्पीकर विवाद पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक स्पष्ट रूख बनाए रखा है। उन्होंने बार-बार दोहराया है कि उनकी सरकार ऐसी राजनीति में कभी शामिल नहीं होगी या किसी भी धर्म में हस्तक्षेप नहीं करेगी।
यूपी में हटाए गए 53 हजार 942 लाउडस्पीकर
इस बीच उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के निर्देश के बाद रविवार सुबह सात बजे तक विभिन्न धार्मिक स्थलों से 53 हजार 942 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है। 13 अप्रैल को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने अपनी मांग फिर दोहराई कि मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटा दिया जाए।
इनपुट- एएनआई
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