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रिपोर्ट : अविनाश सिंह
लखीसराय. बिहार सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कितनी संवेदनशील है, इसकी बानगी लखीसराय जिले के बड़हिया रेफरल अस्पताल में देखने को मिली. यहां के रेफरल अस्पताल से हैरान करनेवाली तस्वीर सामने आई है. यहां एंबुलेंस से कुर्सी ढोई जा रही है. एंबुलेंस में हर दिन डीजल फूंका जा रहा है, लेकिन मरीजों के लिए नहीं, सिस्टम को चूना लगाने के लिए.
बड़हिया रेफरल अस्पताल से आने वाली तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि एंबुलेंस पर मरीज की जगह पर कुर्सियां लदी हुई हैं. हालांकि यह तस्वीर और ऐसी घटनाएं यहां के लिए कोई नई नहीं हैं. संबंधित अधिकारी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने के कारण अधिकारी नियमों का मजाक बनाने में लगे हैं.
एबुलेंस चालक नीतीश ने बताया कि रेफरल अस्पताल परिसर में किसी मीटिंग का आयोजन होना था, जिसको लेकर कुर्सियां मंगाई जानी थीं. किसी अधिकारी के द्वारा उन्हें कुर्सियों को लाने के लिए कहा गया. जिसके बाद वे कुर्सी लाद कर अस्पताल परिसर में लाए और उतार रहे हैं. लेकिन किस अधिकारी ने उन्हें ऐसा करने का आदेश दिया इस सवाल पर एंबुलेंस चालक नीतीश ने चुप्पी साध ली.
मेडिकल एक्सपर्ट की माने तो एंबुलेंस में कई प्रकार के जीवनरक्षक यंत्र जैसे ट्रैक्शन डिवाइस, कार्डियक मॉनिटर, बीपी मॉनिटर आदि के साथ-साथ अन्य जरूरी सामग्रियां रखी रहती हैं. अगर एंबुलेंस का इस्तेमाल इस तरह के कार्यों में करने से मशीन के साथ-साथ एंबुलेंस का भी नुकसान होगा. कुर्सी या अन्य सामानों की ढुलाई के कारण पूरी एंबुलेंस बर्बाद हो सकती है. ऑक्सीजन का सिलेंडर खराब होगा और फिर जमा डस्ट के कारण मरीजों को भारी नुकसान होगा.
हालांकि इस मामले में सीएस ने कहा कि यह वाकया संज्ञान में नहीं आया है. रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से इस संबंध में बात की जाएगी. अगर मामला सही पाया जाता है तो इसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
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पहले प्रकाशित : 01 मार्च, 2023, 22:09 IST
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