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सीएम नीतीश कुमार ने इस पुल की नींव रखी थी, बावजूद इसके चार साल बीतने के बावजूद इसका काम अधूरा है। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड (BRPNNL) की ओर से 21 पिलर और एप्रोच रोड के साथ इस पुल का निर्माण किया जा रहा है। बीआरपीएनएनएल के जूनियर इंजीनियर (Junior Engineer) सुनील कुमार ने कहा कि बागमती नदी में बढ़ते जलस्तर की वजह से खंभों के निर्माण पर असर पड़ रहा। खासकर मानसून के मौसम में नदी के उफान पर होने से निर्माण कार्य प्रभावित होता है।
पुल में देरी को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश
दूसरी ओर, यहां के गांव रोहियार बंगालिया में रहने वाले राजीव कुमार ने बताया कि अभी 21 खंभों में से केवल दो का ही निर्माण चल रहा था। मोहनपुर पंचायत समिति के सदस्य अनिल कुमार सिंह ने कहा कि जिस गति से पुल का निर्माण किया जा रहा है, उसे देखते हुए अगले तीन वर्षों में इसके पूरा होने की संभावना नहीं है।
पुल बनने से इन इलाके के लोगों मिलेगा फायदा
ग्रामीणों के मुताबिक, एक बार पुल बन जाने से खगड़िया के रोहियार, बिच्छा, सरसावा पंचायत के लोगों को इसका फायदा मिलेगा। पास के सहरसा जिले की कई पंचायतोंके लोगों को भी इस पुल से बड़ी राहत मिलेगी। उन्हें फिर नाव के जोखिम भरे सफर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।खगड़िया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक ने संबंधित अधिकारियों से पुल का काम जल्द पूरा करने का आग्रह किया है। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया की जिला इकाई के अध्यक्ष नीतीश पटेल ने धमकी दी है कि अगर संबंधित अधिकारियों ने परियोजना की अनदेखी की तो वे आंदोलन शुरू करेंगे।
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