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आईजी विकास वैभव के खिलाफ डीजी शोभा अहोटकर का स्टैंड किसे, किस ओर ले जाएगा?
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जन अधिकार पार्टी (JAP) अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का भी IG विकास वैभव की बेइज्जती केस में बड़ा बयान आया है। पप्पू यादव ने कहा कि मातहत अफसर के साथ DG शोभा अहोटकर ने ऐसा किया है तो उसकी जांच होनी चाहिए। विकास वैभव जिस तरह के अधिकारी हैं और जैसी उनकी छवि है, ऐसा हुआ होगा तभी मजबूर होकर लिख रहे हैं। इससे DG शोभा अहोटकर का कुछ नहीं बिगड़ रहा, बिहार सरकार और बिहार का बहुत कुछ बिगड़ रहा है। इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ सत्ताधारी दलों के नामचीन नेताओं ने भी बिहार में अफसरशाहों के इस रवैए की तीखी भर्त्सना करते हुए कहा था कि निष्पक्ष जांच करते हुए IG विकास वैभव को न्याय मिलना चाहिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा है कि अफसरों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोई अधिकार नहीं रह गया है।
डीजी शोभा अहोटकर सामने नहीं आ रहीं
बेहद संवेदनशील अधिकारी माने जाने वाले आईपीएस विकास वैभव बुधवार की पूरी रात जागे थे और मानसिक द्वंद्व में उन्होंने सोशल मीडिया पर DG शोभा अहोटकर के व्यवहार की जानकारी डाल दी थी। कुछ देर बाद ही उन्होंने वह जानकारी हटा दी, लेकिन राज्य के आईपीएस अधिकारी को बिहारी और मां-पत्नी के नाम पर गाली देने का मामला सामने आने पर ‘अमर उजाला’ ने सबसे पहले सुबह 8:46 बजे इसे सामने लाया। डीजी शोभा अहोटकर की प्रतिक्रिया नहीं मिलने की जानकारी भी सुबह 10 बजे के बाद अपडेट कर दी गई। इसके बाद सोशल मीडिया और बाकी मीडिया माध्यमों पर भी यह खबर प्रमुखता से आने लगी। अपने खिलाफ आंदोलन की सुगबुगाहट देखते हुए डीजी शोभा अहोटकर ने आईजी विकास वैभव को सोशल मीडिया पर ऑफिस की जानकारी सामने लाने और रिकॉर्डिंग करने के आरोप में शोकॉज कर दिया। ‘अमर उजाला’ ने इस शोकॉज के साथ आईजी विकास वैभव के अवकाश आवेदन की अस्वीकृति की खबर की गुरुवार शाम ही सामने ला दी। इस बीच डीजी शोभा अहोटकर से सवालों के साथ कॉल, मैसेज के अलावा जाकर बात करने का भी प्रयास बेकार गया। शाम में सोशल मीडिया पर बिहारी अस्मिता को लेकर यूजर्स ने मुहिम भी चलाई और इसी पर ऐलान किया गया है कि अगर डीजी सार्वजनिक रूप से इस घटनाक्रम पर माफी नहीं मांगती हैं या सरकार उनपर कार्रवाई नहीं करती है तो रोज शाम में सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जाता रहेगा।
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