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ईडी ने तीन खनन पदाधिकारियों को भेजा है समन
मनरेगा घोटाला से शुरू हुई जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है और अब जांच के दायरे में माइनिंग आवंटन में अनियतिता की बात भी सामने आ रहा है। इसे लेकर ईडी की ओर से राज्य के तीन जिलों दुमका, पाकुड़ और साहेबगंज के खनन पदाधिकारियों को नोटिस भेज कर ईडी दफ्तर आने को कहा गया है। बताया गया है कि ये अधिकारी 15 या 16 मई को ईडी दफ्तर में पहुंच सकते हैं।
जांच का दायरा अवैध खनन और शेल कंपनियों तक पहुंचा
ईडी ने प्रारंभ में इस मामले में मनरेगा घोटाला को केंद्र बिन्दु मान कर छानबीन शुरू की, लेकिन जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही अवैध खनन और शेल कंपनियों तक जा पहुंचा है। जांच की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। इसकी जद में अब सरकारी पदाधिकारियों के साथ कई बड़े राजनेताओं के साथ-साथ बिल्डर और कारोबारी भी आ रहे हैं।
16 मई को रिमांड अवधि हो रही है पूरी
आईएएस पूजा सिंघल की रिमांड अवधि आगामी 16 मई को पूरी हो रही है। ईडी की विशेष अदालत ने ईडी को 5 दिनों के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ की अनुमति दी थी। पूछताछ के दौरान पूजा सिंघल लगातार तनाव नजर आ रही है और कई बार बीपी तथा पल्स रेट भी बढ़ता रहा है। चिकित्सकों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाये हुए हैं। वहीं इस मामले में गिरफ्तार सीए सुमन कुमार की रिमांड अवधि भी 16 मई को ही पूरी हो जाएगी और उस दिन पूजा सिंघल के साथ ही सुमन कुमार को भी अदालत में पेश किया जाएगा।
कई अन्य अधिकारी व व्यवसायी ईडी के रडार पर
मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले ईडी की टीम ने अभी तक सिर्फ सीए सुमन कुमार और आईएएस पूजा सिंघल को ही गिरफ्तार किया है। लेकिन उनके पति अभिषेक झा से लगातार पूछताछ हो रही है। इसके अलावा कई बिल्डर और व्यवसायियों से भी पूछताछ हो रही है। जबकि तीन जिलों के खनन पदाधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है, ऐसे में आने वाले समय में कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
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