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शुरू से गालीबाज रहे हैं केके पाठक : सुशील मोदी
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी का कहना है कि केके पाठक अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के आदती है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि इसके अलावा पूरी औपनिवेशिक अकड़ से काम करने वाले आइएएस केके पाठक ने अब तक दर्जनों मंत्रियों, विधायकों और अफसरों का अपमान किया। फिर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें संरक्षण देकर कार्यपालिका का मनोबल गिरा रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा कि केके पाठक के डिप्टी कलक्टर स्तर के अधिकारी से गाली-गलौज की भाषा में बात करने का वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें तुरंत निलम्बित किया जाना चाहिए। इस मामले में उनका केवल खेद व्यक्त करना काफी नहीं है।
केके पाठक अब तक दर्जनों लोगों पर मानहानि का मुकदमा ठोक चुके हैं : सुशील मोदी
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि केके पाठक ऐसे अफसर हैं, जिन्हें नियम-कानून से कोई मतलब नहीं। केके पाठक के लिए उनके शब्द ही कानून हैं। वे दर्जनों लोगों पर मानहानि का मुकदमा ठोक चुके हैं। सुशील मोदी ने कहा कि केके पाठक खुद को जनता का सेवक नहीं, बल्कि अंग्रेजों के जमाने का कठोर शासक समझते हुए काम करते हैं। बता दें कि केके पाठक मद्य निषेध उत्पाद और निबंध विभाग के अपर मुख्य सचिव होने के साथ-साथ बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान के महानिदेशक भी हैं।
पत्रकार को दफ्तर में बुलाकर कर चुके हैं पिटाई : सुशील मोदी
सुशील मोदी ने कहा कि जो अफसर एक पत्रकार को अपने चैम्बर में बुलाकर पीट चुका हो। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केके पाठक के उद्योग विभाग का वरिष्ठ अधिकारी रहते उद्योग संगठनों को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ा हो। उसके मानसिक स्वास्थ्य की जांच करायी जानी चाहिए। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि केके पाठक को निलम्बित किये बिना उनके विरुद्ध कोई भी प्रशासनिक जांच निष्पक्ष नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति मुख्यमंत्री को प्रिय है और जो मुख्यसचिव की भी नहीं सुनता हो, उसके खिलाफ जांच कौन कर सकता है?
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