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पटना. मद्य निषेध और निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान वीडियो वायरल किए जाने मामले में विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने इस प्रकरण में दो अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है वो हैं पूर्वी चंपारण पकड़ीदयाल के अवर निबंधक अहमद हुसैन और मधुबनी के बाबुरही के अवर निबंधक प्रणव शेखर.
दोनों को तत्काल प्रभाव से विभाग निलंबित कर दिया है. इस मामले में मुख्यमंत्री ने जांच का आदेश चीफ सेक्रेटरी को दिया था. विभाग ने भी अपनी ओर से जांच कराई. जांच में इन्हीं दोनों अधिकारी को वीडियो वायरल करने का दोषी पाया गया. उसके बाद इनसे स्पष्टीकरण पूछा गया. स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने के बाद इनको तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. पकड़ीदयाल के अवर निबंधक के बारे में जांच टीम ने जो रिपोर्ट दी थी उसमें यह कहा गया था कि अहमद हुसैन ने अपने समनपुरा स्थित आवास पर ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होने के लिए आवास को कार्यालय का रूप दे दिया था.
इसे देखते हुए उनके द्वारा वीडियो वायरल करने की पूरी आशंका है. उनका यह काम सरकारी सेवक के आचरण के प्रतिकूल है. इसे देखते हुए अहमद हुसैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला निबंधन कार्यालय बांका निर्धारित किया गया है. इसी तरह बाबूबरही के अवर निबंधन कार्यालय की जब जांच की गई और जब निबंधक प्रणव शेखर से पूछताछ की गई तब मामला संदेहास्पद निकला. निलंबन अवधि में प्रणव शेखर का मुख्यालय जिला निबंधन कार्यालय जमुई निर्धारित किया गया है. दरअसल यह मामला काफी गंभीर बन गया था और इस मामले में कई दिनों तक बिहार में राजनीतिक फिजा गरम हो गई थीं.
आपके शहर से (पटना)
इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्यूज 18 के सवाल पर समाधान यात्रा के दौरान ही अपनी प्रतिक्रिया दी थी. मुख्यमंत्री ने कहा था कि बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी इस मामले की जांच कर रहे हैं. हालांकि अब तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है.
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पहले प्रकाशित : 02 मार्च, 2023, 20:41 IST
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