Home Bihar Good News : कटिहार में रंगीन मछलियों ने बदली बेरोजगार युवक की ‘बदरंग’ जिंदगी, आप भी कमा सकते हैं लाखों रुपये

Good News : कटिहार में रंगीन मछलियों ने बदली बेरोजगार युवक की ‘बदरंग’ जिंदगी, आप भी कमा सकते हैं लाखों रुपये

0
Good News : कटिहार में रंगीन मछलियों ने बदली बेरोजगार युवक की ‘बदरंग’ जिंदगी, आप भी कमा सकते हैं लाखों रुपये

[ad_1]

कटिहार : कल-कल करता जल। जल में तैरती रंगीन मछलियां। उनकी देख रेख करता एक युवक। ये नजारा है कटिहार का जहां एक युवक इन रंगीन मछलियों का सफलतापूर्वक व्यवसाय कर रहा है। वैसे भी मछली के दर्शन को लोग शुभ मानते हैं। मछली से लोगों के लगाव का ही नतीजा है कि कई बार मछली को दाना खिलाने के लिए लोग तालाब तक जाते हैं। बदलते वक्त ने एक्वेरियम का विकल्प मुहैया करा दिया। इस विकल्प को कटिहार के युवक राजेश ने बिजनेस का रूप दे दिया। आज की तारीख में राजेश ऑर्नामेंटल यानी रंगीन और सजावटी मछली का व्यवसाय कर अपनी जिंदगी को सजा रहा है।

सीमांचल में कर रहे व्यवसाय

रंगीन मछली का कारोबार तेजी से बिहार में फल-फूल रहा है। इससे पहले खासकर कोसी और सीमांचल का पूरा इलाका रंगीन मछली के लिए बंगाल के कोलकाता पर आश्रित था। मगर अब कटिहार के राजेश ने मत्स्य विभाग के सहयोग से पहली बार रंगीन मछली के ब्रीडिंग फार्म की शुरुआत की। राजेश के फॉर्म में 25 किस्म की मछलियां हैं। इनकी कीमत दो रुपये से लेकर तीन सौ रुपये प्रति मछली है। इसमें गप्पी, गोल्ड फिश,मौली, ब्लैक डॉल्फिन मछली शामिल है। लोग इन मछलियों को खरीदकर अपने घर में लगे एक्वेरियम में सजाते हैं।

Strange Fish: आम सी दिखने वाली ये मछली है बेहद अनोखी, 10 लाख में है एक, क्या है खास होने की वजह?

पचास फीसदी मुनाफा

राजेश ने अपने व्यवसाय को धीरे-धीरे इस कदर बढ़ाया कि आज की तारीख में वो सीमांचल का सबसे बड़ा ऑर्नामेंटल मछलियों का कारोबारी है। राजेश इस व्यापार को और आकर्षक बनाने के लिए एक्वेरियम का काम भी करते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के दौरान राजेश के इस व्यवसाय की तारीफ कर चुके हैं। राजेश मत्स्य पालन विभाग के सहयोग से पूरे बिहार में अपने बिजनेस को विस्तार देने में लगे हैं। राजेश के मित्र बताते हैं कि शुरू में इस धंधे में बहुत संघर्ष है। एक बार धंधा स्थापित हो जाने पर आमदनी भी ज्यादा है।

India-China News: मछली पकड़ने के बहाने समंदर में भारत के खिलाफ बड़ी साजिश कर रहा चीन?

कोलकाता में प्रशिक्षण

रंगीन मछली के कारोबार से जुड़े राजेश कहते हैं कि वो पहले लोकल मछली का काम करते थे। कोलकाता जाकर रंगीन मछली के व्यवसाय के लिए 7 दिन का प्रशिक्षण हासिल किया। उसके बाद वहीं से 50 मछली लेकर कटिहार आए। उसी से पहला रोजगार शुरू किया। उसके बाद खुद से मछली की वैरायटी तैयार करनी शुरू की। राजेश अब ऑर्नामेंटल यानी सजावटी मछलियों को कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया और मुरलीगंज में सप्लाई करते हैं। राजेश के मुताबिक इस धंधे में 50 फीसदी बचत है। उन्हें 50 हजार रुपये अनुदान के तौर पर भी मिला था।

BJP और महागठबंधन के लिए हॉट पॉलिटिकल बैटल ग्राउंड बन रहा है सीमांचल, समझिए कैसे

पचास हजार देगी सरकार

राजेश कहते हैं कि फैशन के दौर में लोग घरों में इस रंगीन मछलियों को रखना पसंद करते हैं। इसलिए वो इसकी पैकिंग भी करते हैं। एक्वेरियम बनाकर दो सौ से दो हजार रुपये तक एक एक्वेरियम पर कमाते हैं। राजेश ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि पूरे बिहार में उनकी रंगीन मछली पहुंचे। राजेश को अपने काम पर गर्व है। राजेश का कहना है कि सरकार पैसे दे रही है और मदद कर रही है। लोग इस तरह का रोजगार कर इससे मुनाफा कमा सकते हैं। बहुत ज्यादा लागत नहीं है। पचास हजार में इस व्यवसाय को आराम से शुरू किया जा सकता है।
रिपोर्ट- मो0 असदुर रहमान, कटिहार, बिहार

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here