
[ad_1]
रिपोर्ट-अभिनव कुमार
दरभंगा. हिप-हॉप और वेस्टर्न के दौर में लोग लोकनृत्य को भूलते जा रहे हैं. लेकिन उसी लोकनृत्य में अपनी एक पहचान बना रहा दरभंगा का युवक मोहित खंडेलवाल. मोहित बताते हैं कि हिप हॉप और वेस्टर्न का कोई मतलब नहीं बनता है. लेकिन लोकनृत्य के हर एक स्टेप का मतलब निकलता है. पुराने जमाने में जितने भी लोकनृत्य हुआ करते थे, उन सब के पीछे एक राज छुपा होता था. जितने भी वेस्टर्न डांस हैं, सब इन्हीं से निकले हुए हैं, लेकिन वह दिशा विहीन हो चुके हैं. वह अपने नृत्य के माध्यम से लोगों को पुरानी सभ्यता का दर्शन कराते हैं. स्थानीय युवाओं में लोक नृत्य की कला उभारने के लिए नटराज डांस एकेडमी भी चला रहे हैं.
जानें नटराज का मतलब और कैसे हुई नृत्य की उत्पत्ति
आपके शहर से (दरभंगा)
नटराज डांस एकेडमी के निदेशक मोहित खंडेलवाल बताते हैं कि नटराज का मतलब नट मतलब कला और राज मतलब राजा होता है. इस प्रकार नटराज का मतलब कला का राजा हुआ. हम लोग तीन वेद जानते हैं और चौथा वेद जो ब्रह्मा जी के द्वारा लिखा गया था, वह नाट्यशास्त्र था. यह मां सरस्वती को दिया गया और उनके माध्यम से वह भगवान शिव के पास आया. जब शिवजी का डमरू बजने लगा तो उनका पैर थिरका था. यह शास्त्र में बोला जाता है कि उस समय से डांस की उत्पत्ति हुई है.
ऐसे आया लोक नृत्य का आइडिया
मोहित खंडेलवाल बताते हैं कि वह जब इलाहाबाद में एक प्रोग्राम कर रहे थे, तो कुछ बड़े बुजुर्ग वहां बैठे हुए थे. उन्होंने कहा देखो वेस्टर्न तो हर कोई अपना रहा है और हमारा कल्चर सब भूल रहे हैं. यह बात उनके दिमाग में क्लिक कर गई. तब उन्होंने इस पर रिसर्च करना शुरू किया कि कजरी क्या होता है? डोमकच क्या होता है? गोदना क्या होता है? संस्कार क्या होता है? इस सब का अर्थ उन्होंने निकाला. इस पर अध्ययन करके मार्केट में एक नए तरीके से प्रजेंट करना शुरू किया.
1200 से ज्यादा कर चुके हैं अब तक स्टेज शो
इतनी कम उम्र में मोहित खंडेलवाल 1200 से ज्यादा स्टेज शो कर चुके हैं. अभी तक वह दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, विशाखापट्टनम, पटना, बनारस, लखनऊ, इलाहाबाद, नेपाल में स्टेज शो के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं.
मिल चुका है श्रेष्ठ आचार्य सम्मान
नटराज डांस के क्षेत्र में मोहित खंडेलवाल लगभग 20 वर्षाे से काम कर रहे हैं. इनको अब तक कई सारे सम्मान मिल चुके हैं. जिसमें से एक आचार्य श्रेष्ठ का सम्मान मिला हुआ है. वहीं नाटक सम्राट का भी सम्मान मिला हुआ है. नृत्य शिरोमणि का भी सम्मान इन्हें प्राप्त है, जो कि बनारस में इन्हें मिला था. वहीं श्रेष्ठ आचार्य का भी सम्मान यह ले चुके हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: बिहार के समाचार, Darbhanga news
प्रथम प्रकाशित : 29 दिसंबर, 2022, 11:33 पूर्वाह्न IST
[ad_2]
Source link