[ad_1]
डीएम राजेश मीणा और एसपी संतोष कुमार ने गुरुावर शाम संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह इलाके में जॉइंट ऑपरेशन चला रहा है। शराब के कई मामलों का खुलाया किया गया है। डीएम ने स्वीकार किया कि जिस इलाके में मौत की घटनाएं हुई हैं, वहां शराब की बिक्री का मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि अगर और भी लोग बीमार होंगे तो प्रशासन उनका इलाज सरकारी स्तर पर कराएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है।
मुन्ना महतो के ठिकाने पर छापेमारी
डीएम ने अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने कहा कि यह मौत अभी भी संदेहास्पद है। लेकिन शराब से भी यह मौत हो सकती है, ऐसा एसपी ने भी दावा किया है। गौरतलब है कि एक के बाद एक अमनौर और मकेर में संदेहास्पद मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया है और शराब कारोबारी मुन्ना महतो के ठिकाने पर छापेमारी कर भारी मात्रा में विदेशी शराब और देसी शराब बरामद किया है।
स्ट्रीट और कफ सिरप को मिलाकर शराब बनाई जा रही थी
मुन्ना महतो के ठिकाने पर मिलावटी शराब बनाई जा रही थी, जिसमें स्ट्रीट और कफ सिरप को मिलाकर शराब बनाई जा रही थी। इसके खुलासे के बाद प्रशासन बैकफुट पर आ गया है और प्रशासन ने कहा है कि इलाके में शराब की बिक्री चल रही थी।
घरवाले बोले- शराब से हुई मौत
इससे पहले अमनौर थाना क्षेत्र के डीह इलाके में वीरेंद्र ठाकुर और सम्मत महतो की मौत भी संदिग्ध परिस्तिथियों में हुई। मृतक वीरेंद्र ठाकुर की पत्नी ने प्लास्टिक की एक बोतल को दिखाते हुए बताया कि इसी बोतल में रखी हुई शराब उनके पति ने पी थी, जिसके बाद उनकी तबियत खराब हुई और मौत हो गई।
विपक्ष ने सरकार पर बोला हमला, कहा -असफल है शराबबंदी
इधर विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है। दरौली के विधायक सत्यदेव राम ने प्रभावित गांवों का दौरा किया है और पीड़ितों मुलाकात के बाद सरकार को शराबबंदी में पूरी तरह से विफल बताया है। बता दें, शराब पीने से इसी गांव के मालिक महतो के 35 वर्षीय पुत्र पलटन महतो की आंखों की रौशनी गायब है। इनका उपचार मुज्जफरपुर के एक निजी अस्पताल में कराया जा रहा है।
Chhapra News: छपरा के DM-एसपी ने पहले बताया ठंड से मौत, अब बयान से पलटे, कहा- जहरीली शराब भी हो सकती है वजह
[ad_2]
Source link