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धनजी पांडेय ने बताया कि वर्ष 2014 में गांव में जब मंदिर बन कर तैयार हुआ, उस दौरान मन्दिर में हनुमानजी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. उसी समय से प्रत्येक वर्ष बजरंगबली मंदिर में हरिनाम कीर्तन का आयोजन किया जाता है. साथ ही धूमधाम से मन्दिर का वार्षिकोत्सव मनाया जाता है.
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