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रिपोर्ट : गुलशन सिंह
बक्सर. जिला मुख्यालय स्थित जवाहर मध्य विद्यालय के बच्चे इन दिनों काफी परेशानी में हैं. इस परेशानी की वजह नगर परिषद है. दरअसल, नगर परिषद ने विद्यालय प्रांगण को ही कचरे का डंपिंग जोन बना रखा है. बक्सर शहर से निकलने वाला तमाम कचरा इसी स्कूल परिसर और उसके आसपास डाल दिया जा रहा है. यह सिलसिला पिछले दो वर्ष से जारी है. कचरे के ढेर में आग लगा देने के बाद उससे निकलने वाला जहरीला धुआं बच्चों के लिए हानिकारक सिद्ध हो रहा है. शिकायत करने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. आलम यह है कि बच्चों ने स्कूल आना छोड़ दिया है.
बक्सर नगर परिषद के कारनामे की वजह से अब बच्चे इस विद्यालय में पढ़ना नहीं चाहते हैं. कई छात्रों ने स्कूल आना छोड़ दिया है. छठी कक्षा के छात्र सुधांशु कुमार वर्मा, हिमांशु पांडेय, अमित कुमार, अभिषेक जायसवाल सहित अन्य छात्रों ने बताया कि बीते दो साल से विद्यालय के पास कचरा डंप किया जा रहा है. डंप कचरे में आग लगा देने से बदबूदार धुएं के बीच पढ़ाई करना मुश्किल होता है. बच्चों ने बताया कि क्लास के अंदर कचरे की दुर्गंध हमेशा व्याप्त रहती है. कई बच्चे बीमार पड़ जा रहे हैं तो कइयों को उल्टी और दस्त होने लगती है.
ऐसे होती है पढ़ाई
जवाहर मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार केसरी ने बताया कि विद्यालय में कुल 440 छात्र-छात्राओं का नामांकन है. लेकिन कचरे के कारण बच्चों की संख्या में भारी गिरावट आई है. अब विद्यालय में सिर्फ 170 छात्र ही पढ़ने आ रहे है और बदबूदार हवा से परेशान रहते हैं. प्रधानाध्यापक ने बताया कि इसकी शिकायत नगर परिषद, जनप्रतिनिधि और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर डीएम तक से कई बार की जा चुकी है. लेकिन, इसका निदान नहीं किया गया. उन्होंने बताया कि नगर परिषद द्वारा स्कूल की बाउंड्री को तोड़ कर खिड़कियों तक कचरा भर दिया गया है. स्थिति यह हो गई है कि खिड़की-दरवाजे बंद करके पठन-पाठन का कार्य करना पड़ रहा है.
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टैग: बक्सर न्यूज, कचरा, सरकारी स्कूल
पहले प्रकाशित : 27 फरवरी, 2023, 23:13 IST
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