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शहरों का न्यूनतम तापमान
तापमान में बढ़ोतरी वाले जिलों को अभी छोड़ दें तो कई शहरों को न्यूनतम तापमान कुछ इस प्रकार रहे हैं। समस्तीपुर में 13.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। शेखपुर में 13.8, और सुपौल में 16.6 डिग्री सेल्सियस। उसके अलावा पूर्णिया में 14.2, कटिहार में 15.2 और भागलपुर में 14.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। न्यूनतम तापमान वाली श्रेणी में मुजफ्फरपुर और भागलपुर भी शामिल हैं। मुजफ्फरपुर में 16.0 डिग्री सेल्सियस, औरंगाबाद में 11.5 और गया में 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। गया प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा है। राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
उतार-चढ़ाव जारी
उधर, बिहार के कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिसमें अररिया में 0.1 डिग्री, सहरसा में 0.6 डिग्री, जमुई में 0.2 डिग्री और सीतामढ़ी में 0.1 डिग्री सेल्सियस तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं सूबे के 18 जिलों में तापमान में वृद्धि भी दर्ज की गई है। जिसमें सीमांचल के पूर्णिया और सुपौल शामिल हैं। जहां 4 से दो डिग्री बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उसके अलावा खगड़िया, समस्तीपुर और बेगूसराय में भी तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सारण के अलावा शेखपुरा और भागलपुर में भी तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहें
राजधानी पटना की डॉ. सरिता सिन्हा ने बताया कि मौसम में उतार-चढ़ाव काफी खतरनाक होता है। उससे सेहत पर काफी असर पड़ता है। तापमान में वृद्धि के बाद कुछ लोग लापरवाह हो जाते हैं। उनका कहना है कि इस दौरान पूरी तरह सावधान रहना चाहिए। बच्चों और बुजुर्गों को तड़के सुबह कहीं निकलने से बचना चाहिए। धूप निकलने के बाद ही कहीं निकलें, तो ज्यादा बेहततर है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में आने वाले ज्यादा मरीज गले में दर्द और बदन दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं। लोगों को हल्का फीवर और कोल्ड कफ का सामना करना पड़ रहा है। वैसे में उन्होंने कहा कि गुनगुने पानी का इस्तेमाल बढ़ाएं, उसे पीने के काम में लाएं। डॉक्टर ने कहा कि आने वाले दिनों में पारा और गिरता है, उस वक्त स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरूरत है।
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