[ad_1]
अगले सप्ताह और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का असर अगले सप्ताह के मौसम पर ज्यादा दिखेगा। यदि तेज रफ्तार से पछुआ का प्रवाह जारी रहा, तो ठंड के साथ कनकनी में बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग के मुताबिक दिसंबर के तीसरे सप्ताह में स्थिति और विकट हो सकती है। कोहरा कहर बरपाएगा, वहीं वातावरण में कनकनी बढ़ेगी। इस दौरान बुजुर्गों और बच्चों को सावधान रहना होगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह में धूप कम निकलेगी। धूप की जगह धुंध और कोहरे का आलम रहेगा। ग्रामीण इलाकों में इसका प्रभाव ज्यादा दिखेगा। विभाग ने ये भी बताया कि इस बार बिहार का मौसम दिल्ली और अपने पिछले रिकॉर्ड भी तोड़ सकता है।
गया और सबौर सबसे ठंडा
बिहार के अन्य शहरों के न्यूनतम तापमान की बात करें, तो राजधानी पटना का तापमान लगातार गिर रहा है। शनिवार को राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। बाकी शहरो में गया का तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर में 13.0, पूर्णिया में 12.5, पश्चिमी चंपारण में 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर में 14.9, सुपौल में 14.8, अररिया में 16.4 और भागलपुर के सबौर में 9.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। रोहतास में 10.0 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। उसके अलावा पूर्वी चंपारण में 12.8 और शेखपुरा में 10.8, जमुई में 12.5, सीतामढ़ी में 10.9और औरंगाबाद में 09.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान की बात करें, मोतिहारी, दरभंगा, सुपौल, सीतामढ़ी और अररिया में ज्यादा रहा। जिसकी वजह से लोगों को राहत मिली।
डॉक्टरों ने जारी की चेतावनी
दिसंबर की कनकनी वाली ठंड को लेकर डॉक्टरों ने सचेत रहने की सलाह दी है। प्रसिद्ध चिकित्सक वीके ठाकुर ने बताया कि सर्दियों में बच्चों का ख्याल रखें। अगर बच्चों में ठंड और कंपकंपी के साथ उल्टी और बुखार की शिकायत हो, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि इस मौसम में भूख ना लगने की शिकायत होती है। इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें। बच्चों को हमेशा गर्म कपड़े पहनाएं। हल्की सी ठंड को भी लापरवाही से नजरअंदाज न करें। उन्होंने टोपी और मोजे पहनाकर रखें। चिकित्सकों के मुताबिक बच्चों को विटामिन सी जरूर दें। उन्हें खाने में संतरे के अलावा ब्रोकली और हरी सब्जी जरूर दें। डॉ. वीके ठाकुर ने बताया कि शुगर और बीपी के मरीज ज्यादा सावधानी बरतें। उन्होंने ग्रामीण इलाके के लोगों को सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि बुजुर्गों का ख्याल रखें। उन्हें पीने के लिए गुनगुना पानी दें। घर में हमेशा ठंड के दौरान पीने के लिए गुनगुने पानी का प्रयोग करें।
[ad_2]
Source link