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ठंड में बढ़ोतरी
बिहार के मौसम पर पहाड़ी राज्यों में बहने वाली हवा का प्रभाव देखा जा रहा है। इससे पूर्व में भी पहाड़ी हवा और वहां के मौसम का असर राज्य पर देखा गया है। पहाड़ों पर चल रही बर्फीली हवा का असर यहां दिख रहा है। ग्रामीण इलाकों में धुंध और कोहरे की स्थिति बनी हुई है। शहरों में भी लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। गांव में लोग सुबह-शाम दरवाजे पर अलाव जलाकर बैठने लगे हैं। शहरी इलाकों में शाम होते ही धूप खत्म हो जा रही है। देर शाम लोग गर्म कपड़े में दिखने लगे हैं।
गया, समस्तीपुर सबसे ठंडा
बिहार के अन्य शहरों के न्यूनतम तापमान की बात करें, तो राजधानी पटना का तापमान लगातार गिर रहा है। गुरुवार को राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। बाकी शहरो में गया का तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर में 12.3, पूर्णिया में 12.4, पश्चिमी चंपारण में 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर में 13.6, सुपौल में 14.2, अररिया में 15.0 और भागलपुर के सबौर में 8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। रोहतास में 9.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। उसके अलावा पूर्वी चंपारण में 10.5 और शेखपुरा में 10.9, जमुई में 12.6, सीतामढ़ी में 11.0 और औरंगाबाद में 10.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान की बात करें, तो अररिया और मोतिहारी में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा रहा।
सावधान रहना जरूरी
ठंड बढ़ने के साथ लोगों में कोल्ड कफ की समस्या बढ़ने लगी है। इस मौसम में होने वाली मौसमी बीमारियों से लोग जूझने लगे हैं। चिकित्सकों ने लोगों को बचने की सलाह दी है। डॉ. सरिता सिन्हा ने बताया कि लोगों को इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सावधान रहना होगा। इस दौरान ठंड से प्रभावित होने की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए गर्म कपड़े जरूर पहनें। ग्रामीण इलाके के लोगों को और भी सावधान रहने की जरूरत है। चिकित्सकों के मुताबिक यदि आवश्यक कार्य न हो, तो घर से बाहर नहीं निकलने से बचें। उन्होंने ग्रामीण इलाके के लोगों को सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि बुजुर्गों का ख्याल रखें, उन्हें पीने के लिए गुनगुना पानी दें। घर में हमेशा ठंड के दौरान पीने के लिए गुनगुने पानी का प्रयोग करें।
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