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रविवार को प्रचंड ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक रविवार यानी आज प्रचंड ठंड पड़ने की संभावना है। क्योंकि अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। दक्षिण बिहार में भी कोल्ड डे की स्थिति रहने की संभावना है। उत्तर बिहार में कई स्थानों पर घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि लोगों को अगले दो दिनों में खुद को भीषण ठंड से बचाना होगा। पटना में 8 जनवरी रविवार को मौसम दिन भर साफ रहने वाला है। दोपहर 2 बजे के आसपास दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। सुबह लगभग 6 बजे औसत आर्द्रता 81 प्रतिशत के साथ 53 प्रतिशत से लेकर अधिकतम 94 प्रतिशत के बीच बहुत उच्च सापेक्षिक आर्द्रता होगी । हवा हल्की होगी और सुबह 7 बजे पश्चिम दिशा से 13 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। दिन में आसमान बादलों से साफ रहेगा । शाम 4 बजे के आसपास 7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम और अधिकतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। सूर्योदय प्रातः 6:30 बजे तथा सूर्यास्त सायं 5:20 बजे होगा। दिन में 10 घंटे 50 मिनट की रोशनी होगी।
अन्य शहरों का तापमान
बिहार के अन्य शहरों के न्यूनतम तापमान की बात करें, तो राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान लगातार बदलाव के दौर से गुजर रहा है। गया के तापमान में और राजधानी पटना के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। बाकी शहरो में, गया का तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर में 7.5, पूर्णिया में 8.9, पश्चिमी चंपारण में 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर में 8.9, छपरा में 7.4 डिग्री सेल्सियस और सुपौल में 9.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। भागलपुर के सबौर में 7.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। पूर्वी चंपारण में 6.6 डिग्री सेल्सियस और शेखपुरा में 6.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान की बात करें तो पटना में 14.4 डिग्री सेल्सियस और भागलपुर में 16.0, सुपौल में 15.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी सर्दी से राहत मिलने की संभावना नहीं है।
ठंड से मरीजों का हाल-बेहाल
सर्द मौसम में स्ट्रोक, सांस की समस्या और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि एक सप्ताह में ऐसे रोगियों की संख्या में लगभग 20% की वृद्धि दर्ज की गई है और उनमें से कम से कम 20% को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ी है। ठंड के संपर्क में आने से उन लोगों की जान को खतरा है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है और बच्चों और बुजुर्गों को ठंड लगने का खतरा अधिक होता है। नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएमसीएच) की अधीक्षक डॉ. रेणु रोहतगी ने सभी वार्डों में हीटर उपलब्ध कराने और वहां भर्ती मरीजों के लिए कंबलों की संख्या दोगुनी करने का आदेश दिया है। मरीजों को ठंड से बचाने के लिए वार्ड में हीटर लगाए जा रहे हैं। साथ ही, NMCH प्रशासन ने बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड से उन परिचारकों के लिए एक रैन बसेरा स्थापित करने का अनुरोध किया है, जिन्हें खुले आसमान के नीचे सोना पड़ता है। गर्दनीबाग सरकारी अस्पताल में अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूआरटीआई) के मामलों की संख्या भी बढ़ी है। इसके उप निदेशक डॉ. मिथिलेश्वर कुमार ने कहा कि यहां पहुंचने वाले सभी उम्र के लोगों में खांसी और जुकाम के बाद त्वचा की समस्याएं और आंतों की गड़बड़ी आम लक्षण पाए जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि अस्पताल में सभी आवश्यक दवाएं और अन्य उपचार सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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