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विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करते भाजपा विधायक
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही भाजपा और माले नेताओं ने परिसर में प्रदर्शन किया। भाजपा नेता भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने हंगामा कर रहे हैं। वहीं माले नेता नेता प्रतिपक्ष द्वारा माफी मंगाने की मांग कर रहे हैं। माले विधायकों ने कहा कि तमिलनाडु मामले पर भाजपा ने सदन में ही नहीं बल्कि पूरे बिहार में अफवाह फैलायी। नेता प्रतिपक्ष को शर्म आनी चाहिए। हमारी मांग है कि नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा जल्द से जल्द सदन में इस मामले पर माफी मांगे। इधर, प्रश्नोत्तर काल के बाद शून्य काल में तेज प्रताप यादव सदन में पहुंचे। संभावना हे कि लंच के बाद तेज प्रताप यादव अपने विभाग का बजट के लिए अनुदान मांग पेश करेंगे।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विजय सिन्हा ने कहा कि समय सीमा तय करें। इससे भ्रष्टाचार बढ़ता है। जवाब देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा अब तरांकित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसी बात पर भाजपा विरोध करने लगी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आसन किसी के दबाव में आने वाला नहीं है। वेल में विपक्षी सदस्यों पर आने पर अध्यक्ष ने कहा। विजय सिन्हा ने पलटवार करते हुए कहा कि वसूली रोकने के लिए समय का निर्धारण जरूरी है। मंत्री समय भी निर्धारित करें। इसपर अध्यक्ष ने कहा- मंत्री को भी इसपर जवाब देने के लिए नहीं कहूंगा, वह कह चुके हैं। इधर, नाम गलत पुकारे जाने पर श्रीराम सिंह पर हंगामा करने लगे। बोले एक तो सवाल का जवाब गलत आता है, उसपर नाम गलत कहकर विपक्षी सदस्य को बरगलाया जाता है। राम रतन सिंह सत्ता में हैं और श्रीराम सिंह मैं विपक्ष में हूं।
सरकार प्रॉम्पट है, इसलिए छिपाती भी नहीं है
एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि मुझे रात में ही रिपोर्ट मिला है अगर आपको कोई परेशानी है तो मेरे पास आकर समझ लीजिए। आप शाम में आइये आपको भी संतुष्ट कर देंगे। संतुष्ट किए जाने की बात पर खूब ठहाके लगे। अध्यक्ष ने कहा- सरकार प्रॉम्पट है, इसलिए छिपाती भी नहीं है और आपको भी बुला रही है कि शाम में आइए, संतुष्ट कर देगी।
डीलर को 60 क्विंटल पर मार्जिन मनी मिलता है
मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि लखेंद्र पासवान ने जब माइक ठोककर देखा कि आवाज आ रही या नहीं, इसपर सदस्यों ने चुटकी ली कि फिर मत तोड़ दीजिएगा। हंसते हुए लखेंद्र ने कहा- नहीं, नहीं। इसपर अध्यक्ष ने कहा- माइक ठीक है। आप बोलिए। मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि एक डीलर को 60 क्विंटल मिलता है करीब। उसमें प्रति क्विंवटल 90 रुपये डीलर को मिलता है। इस तरह 5400 रुपये उसे मिलते हैं 60 क्विंटल पर मार्जिन मनी मिलता है। इसमें 2700 केंद्र से मिल रहा। राज्य 2700 दे रहा तो दिल्ली या कई अन्य राज्यों की तरह मार्जिन मनी 200 या 250 प्रति क्विंटल मार्जिन मनी राज्य सरकार नहीं लेगी? इसपर सत्ता पक्ष के विधायक हंगामा करने लगे तो लखेंद्र रोशन बोलने लगे- डीलर विरोधी हो क्या? डीलर विरोधी हो क्या? इसके बाद लेशी सिंह ने कहा कि अभी सरकार के अधीन ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। इसपर विपक्षी दल के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि बार-बार डीलर आंदोलन कर रहे, मांग कर रहे तो सरकार इसपर गंभीरता से क्यों नहीं आगे बढ़ रही? कब बढ़ेगी?
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