[ad_1]
क्या कहा उपेंद्र कुशवाहा ने
उपेंद्र कुशवाहा ने शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती के बहाने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जगदेव बाबू ने 90 फीसदी लोगों पर 10 प्रतिशत के राज का विरोध किया था। वह 10 फीसदी बिहार में काफी पहले बदल चुका है। राज्य में दशकों पहले शासक वर्ग एक परिवार रहा है। लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने 35 साल के सत्ता सुख में गरीब को भुला दिया। इस 35 साल से शोषक-शासक वर्ग के रूप में इस परिवार ने सत्ता अपने नाम से हस्तांतरित करा रखा है।
क्या कहा डिप्टी सीएम तेजस्वी ने
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जगदेव बाबू की जयंती पर कहा कि उनका नारा है 100 में 90 शोषित हैं और 90 भाग हमारा है। जगदेव सिंह जयंती पर उन 90 फीसदी लोगों को न्याय दिलाए बिना सामाजिक न्याय अधूरा है। संविधान में सबको बराबरी का हक है और देश संविधान के हिसाब से चलता है।
जेडीयू ने भी मनाई जगदेव बाबू की जयंती
उपेंद्र कुशवाहा और आरजेडी के जवाब में जेडीयू ने भी जगदेव प्रसाद की जयंती पर कुशवाहा समाज के नेताओं का जमावड़ा लगाया। इस जयंती कार्यक्रम में बिहार भर के कुशवाहा समाज के नेताओं को बुलाया गया। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से लेकर सांसद महाबली सिंह और संतोष कुशवाहा के अलावा इसी समाज से आने वाले मंत्री जयंत राज, शीला मंडल और सुनील कुमार शामिल हुए। इनके अलावा पूर्व मंत्री कृष्णंदन वर्मा, मंजू वर्मा, रामसेवक सिंह, भगवान सिंह कुशवाहा, वीरेन्द्र कुशवाहा समेत कई विधायक-पूर्व विधायक और अन्य बड़े नेता को भी मंच का आकर्षण बनाया। कुशवाहा समाज के इन नेताओं के हमले का एंगल उपेंद्र कुशवाहा बने।
जेडीयू के दांव की वजह क्या है?
जेडीयू की ओर से शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती पर कुशवाहा नेताओं के जुटान का साफ मतलब है कि उनकी योजना क्या है? दरअसल, कुशवाहा वोट पर अभी भी सबसे ज्यादा पकड़ उपेंद्र कुशवाहा की है। यूं ही नहीं नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को न केवल पार्टी ने शामिल किया बल्कि बकौल कुशवाहा यह भी कहा कि आगे राज पाट आप ही को सम्हालना भी है। ऐसा इसलिए भी कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा ने लगभग विधानसभा में 5 से 10 हजार वोट प्राप्त कर दिखाया भी था। नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद अपने आधार वोट बढ़ाकर आरजेडी के सामने मजबूती से खड़ा होना चाहते भी थे। इसके पीछे की मंशा यह भी थी कि बीजेपी की तरफ जाते कुशवाहा वोट को रोकना भी था।
Bihar Politics: उपेंद्र कुशवाहा, जेडीयू में रहकर ही कैसे बढ़ा रहे है नीतीश की टेंशन
क्या कहते हैं बीजेपी प्रवक्ता?
बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह कहते हैं कि राज्य में पिछले दिनों हुए तीन उपचुनाव में कुशवाहा मत बीजेपी की तरफ जाता दिखा। इसी वजह से जेडीयू और आरजेडी ने अपने-अपने सिपहसलारों को जगदेव जयंती के बहाने शो पीस की तरह मंच पर उतारा। हालांकि, उन्हें इस दिशा में सफलता नहीं मिलने जा रही है। उपेंद्र कुशवाहा और आरजेडी के आलोक मेहता देखते रह जाएंगे। ये लोग आपस में ही इसकदर उलझ गए हैं कि महागठबंधन की तरफ से अति पिछड़ा और यादव माइनस पिछड़ा ने ध्यान हटाकर बीजेपी संग जा जुड़ा है। आरजेडी और जेडीयू नेता ने एक दूसरे पर आरोपों के घेरे में लेकर अपनी विश्वसनीयता खो दी है।
[ad_2]
Source link