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उपेंद्र कुशवाहा, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने शुक्रवार से तीन दिवसीय राजनीतिक शिविर की शुरुआत की। यह राजनीतिक शिविर 28, 29 और 30 अप्रैल तक चलेगा। राजनीतिक शिविर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह कुशवाहा समेत हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। पूरे बिहार से 4,122 चुने हुए प्रतिनिधि इस शिविर में भाग ले रहे हैं।
इस मौके पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी अभी बनी है। जिस विरासत को हम सब लोगों ने आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। उस विरासत से अपने कार्यकर्ताओं को ओतप्रोत कराना है। पूरी पार्टी को तैयार कराना है और इस विरासत को कैसे हम बचा सकते हैं। इस बात पर विचार करना है। इसके अतिरिक्त बिहार के विकास के बारे में क्या ब्लू प्रिंट हो सकता है। इस पर कार्यकर्ताओं से राय लेनी है। और आगे आने वाले चुनाव की तैयारी के मद्देनजर हमारा क्या एजेंडा होगा। इन तमाम बातों पर विचार-विमर्श इन तीन दिन तक करेगें। आज इसकी शुरुआत हुई है। जब तक हम लोग इस शिविर में रहेंगे और तमाम बातों पर विचार-विमर्श करेंगे। अंतिम रूप से 30 तारीख को हमारे सभी साथी यहां से उत्साहित होकर जाएंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत से पहले पार्टी का झंडा फहराने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि तीन दिवसीय राजनीतिक शिविर का प्रथम दिन के प्रथम सत्र में उपस्थित हैं। अपने मिशन में हम सभी लोग आगे बढ़ते जा रहे हैं। कुल दो घंटे तक उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कुशवाहा ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि इतने बड़े जनादेश के साथ लोग पार्टी का समर्थन करेंगे। विरासत पर जब-जब खतरे पड़े हैं। उस विरासत को बचाने के लिए हम लोग संघर्ष के साथ आगे बढ़े हैं। उपेंद्र कुशवाहा कभी सत्ता की ओर नहीं भागा, उपेंद्र कुशवाहा हमेशा सत्ता से संघर्ष और विरासत बचाने के लिए भागा है।
कुशवाहा ने नीतीश कुमार के 15 साल बनाम 15 साल के नारे को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि हमेशा पार्टी में आने जाने का काम नीतीश कुमार करते रहे हैं। अब तक वे कुल नौ बार इधर-उधर गए हैं और पार्टी छोड़ी और बनाई है। कुशवाहा ने कहा कि अगर बड़ा भाई करे तो रासलीला और छोटा भाई करे तो कैरेक्टर ढीला है। जब जब नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं, उपेंद्र कुशवाहा ने उन्हें मजबूत बनाने का काम किया और बिना किसी स्वार्थ के ही किया है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वह जातीय जनगणना पर बिल्कुल सहमत हैं। जातीय जनगणना पूरे देश में होना जरूरी है। उपेंद्र कुशवाहा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जदयू एक खाली डब्बा है। उन्होंने कहा कि जदयू को मुर्दा लोगों की फौज चाहिए और उपेंद्र कुशवाहा मुर्दा नहीं बल्कि जिंदा है।
कुशवाहा ने सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर भी आरजेडी और जदयू को घेरा। उन्होंने कहा कि जदयू एनआरसी और सीएए बिल को कैबिनेट में पास करवा रही थी। वहीं, आरजेडी वाले अल्पसंख्यकों के पक्ष में बोलने के बजाय घरों में दुबके हुए थे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को भाजपा से अलग होने के लिए संप्रदायिकता का बहाना चाहिए और आरजेडी से अलग होने के लिए भ्रष्टाचार का। जो नीतीश कुमार तीन सी (क्राइम, करप्शन और कम्यूनलिज्म) की बात करते हैं, आज उन्होंने उन सभी से कंप्रोमाइज कर लिया।
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