Home Bihar Bihar Politics: जेडीयू ने बना लिया किचन तक पहुंचने का प्लान, 24-25 से पहले ’50-50′ की होगी बात?

Bihar Politics: जेडीयू ने बना लिया किचन तक पहुंचने का प्लान, 24-25 से पहले ’50-50′ की होगी बात?

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Bihar Politics: जेडीयू ने बना लिया किचन तक पहुंचने का प्लान, 24-25 से पहले ’50-50′ की होगी बात?

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पटना: 2005 में जब बिहार में एनडीए की सरकार बनी थी, उसके बाद बिहार के विकास के लिए कई कार्य शुरू किए गए थे। नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) के नेतृत्व में चल रहे एनडीए की सरकार में बीजेपी के सुशील कुमार मोदी ( Sushil Kumar Modi ) वित्त मंत्री हुआ करते थे। अपने पहले ही कार्यकाल में एनडीए की सरकार ने बिहार में लड़कियों को उच्च शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिए साइकिल योजना पोशाक योजना जैसी योजनाओं की शुरुआत की थी। इसके अलावा एनडीए सरकार में ही महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था भी की गई। अब बिहार में एनडीए की नहीं बल्कि महागठबंधन की सरकार है। कभी सहयोगी रही जेडीयू बीजेपी अब एक-दूसरे के घोर विरोधी बन चुके हैं। शनिवार को जेडीयू प्रदेश कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक का आयोजन किया गया।

घमासान के बीच जेडीयू में संगठन की मजबूती को लेकर बैठक

जनता दल यूनाइटेड के भीतर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष के साथ पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीच इस तरह का घमासान मचा है वह किसी से छिपा नहीं है। इसी घमासान के बीच संगठन को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन करने को लेकर प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में जेडीयू महिला प्रकोष्ठ के सदस्यों के साथ पार्टी के तमाम महिला नेता भी मौजूद रहीं।

जेडीयू ने बताया बैगनी हरा और सफेद रंग का महत्व

जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बैठक में कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बैंगनी, हरा और सफेद तीन आधिकारिक रंग हैं। इनमें बैगनी रंग न्याय और गरिमा का प्रतीक है। हरा रंग उम्मीद का रहा है और सफेद रंग को शुद्धता का सूचक माना गया है। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इसी के आधार पर जिसके आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 17 वर्षों के कार्यकाल में महिलाओं को न्याय और गरिमा दिलाने के लिए कार्य किया। इसके अलावा प्रदेश की महिलाओं को उम्मीदों का पंख देने के लिए वैचारिक शुद्धता और प्रतिबद्धता के साथ काम किया है। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के विकास के लिए जिस तरह से काम किया है देश में कोई दूसरा मिसाल नहीं मिल सकता। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण के लिए बिहार में जितने कार्य हुए हैं, स्वतंत्र भारत के इतिहास में उतना किसी अन्य राज्य में नहीं हुआ है।

पंचायतों में 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार अपने पहले दिन से ही महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनवरत प्रयत्नशील है। उन्होंने पंचायतों एवं नगर निकायों के चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षा के प्रति बालिकाओं का रुझान बढ़ाने के लिए साइकिल व पोशाक योजना के साथ ही कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की। परिणामस्वरूप आज मैट्रिक में लड़के और लड़कियों की संख्या लगभग बराबर हो गई है। आज आवश्यकता है उनके कामों एवं विचारों से हर घर की महिलाओं को अवगत कराने की। 2024 और 2025 का चुनाव सामने है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं के लिए किए गए कार्यों की वजह से लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में उन्हें पहले से बड़ी जीत हासिल होगी।

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