Home Bihar Bihar Politics: जातिगत जनगणना पर सीएम और विपक्ष एकमत, नीतीश कुमार बोले- जल्द शुरू होगा काम

Bihar Politics: जातिगत जनगणना पर सीएम और विपक्ष एकमत, नीतीश कुमार बोले- जल्द शुरू होगा काम

0
Bihar Politics: जातिगत जनगणना पर सीएम और विपक्ष एकमत, नीतीश कुमार बोले- जल्द शुरू होगा काम

[ad_1]

सार

सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य स्तरीय जाति आधारित जनगणना जल्दी ही शुरू होगी। इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि इसको लेकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से बात हो चुकी है।

ख़बर सुनें

बिहार में सत्ता और विपक्ष के बीच नजदीकियां बढ़ती जा रही हैं। इसको देखते हुए कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सोमवार को इसकी बानगी तब देखने को मिली जब सीएम नीतीश कुमार ने जाति आधारित जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय जाति आधारित जनगणना जल्दी ही शुरू होगी। इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि इसको लेकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से बात हो चुकी है।

जल्दी ही बुलाएंगे सर्वदलीय बैठक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसमें ज्यादा देर नहीं लगेगी। जल्दी ही हम एक सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे जहां प्रतिनिधि अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके बाद मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलेगी। इसके बाद जनगणना कराने से जुड़े कामों को किया जाएगा। सीएम नीतीश ने बताया कि उन्होंने इस बात की जानकारी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी दी थी।

जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक को लेकर कहा कि ये बैठक पहले भी हो सकती थी, लेकिन तब चुनाव को लेकर सभी व्यस्त थे। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इस मांग को लेकर तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्होंने भी जल्दी ही सर्वदलीय बैठक होने का एलान किया था।

केंद्र कर चुका है इनकार
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पहले ही राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना कराने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्य स्तर पर यह कवायद शुरू कराने के लिए हाल में ही सहमति जताई थी। राज्य विधानमंडल भी दो बार सर्वसम्मति से इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर चुका है। नीतीश कुमार ने पिछले साल इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। उस दौरान मुख्यमंत्री ने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव भी शामिल थे।

पिछली बार 1921 में सभी जातियों की जनगणना की गई थी। बिहार के नेताओं का मानना है कि सामाजिक समूहों की जरूरतों को पूरी तरह से सुलझाने वाली नीतियों को तैयार करने के लिए जनसंख्या का एक नया अनुमान आवश्यक है।

बुद्ध पूर्णिमा पर दी शुभकामनाएं
वहीं बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि आज  भगवान बुद्ध की स्मृति का दिन है। आज सबके लिए खुशी की बात है। जब लोग देखेंगे तो लोगों का ज्ञान बढ़ेगा, लोग समझेंगे और अच्छी दिशा में चलेंगे। दुनिया के कई देशों में भगवान बुद्ध को लोग मानते हैं और बुद्धिज्म को अपनाते हैं।

विस्तार

बिहार में सत्ता और विपक्ष के बीच नजदीकियां बढ़ती जा रही हैं। इसको देखते हुए कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सोमवार को इसकी बानगी तब देखने को मिली जब सीएम नीतीश कुमार ने जाति आधारित जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय जाति आधारित जनगणना जल्दी ही शुरू होगी। इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि इसको लेकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से बात हो चुकी है।

जल्दी ही बुलाएंगे सर्वदलीय बैठक

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसमें ज्यादा देर नहीं लगेगी। जल्दी ही हम एक सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे जहां प्रतिनिधि अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके बाद मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलेगी। इसके बाद जनगणना कराने से जुड़े कामों को किया जाएगा। सीएम नीतीश ने बताया कि उन्होंने इस बात की जानकारी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी दी थी।

जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक को लेकर कहा कि ये बैठक पहले भी हो सकती थी, लेकिन तब चुनाव को लेकर सभी व्यस्त थे। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इस मांग को लेकर तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्होंने भी जल्दी ही सर्वदलीय बैठक होने का एलान किया था।

केंद्र कर चुका है इनकार

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पहले ही राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना कराने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्य स्तर पर यह कवायद शुरू कराने के लिए हाल में ही सहमति जताई थी। राज्य विधानमंडल भी दो बार सर्वसम्मति से इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर चुका है। नीतीश कुमार ने पिछले साल इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। उस दौरान मुख्यमंत्री ने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव भी शामिल थे।

पिछली बार 1921 में सभी जातियों की जनगणना की गई थी। बिहार के नेताओं का मानना है कि सामाजिक समूहों की जरूरतों को पूरी तरह से सुलझाने वाली नीतियों को तैयार करने के लिए जनसंख्या का एक नया अनुमान आवश्यक है।

बुद्ध पूर्णिमा पर दी शुभकामनाएं

वहीं बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि आज  भगवान बुद्ध की स्मृति का दिन है। आज सबके लिए खुशी की बात है। जब लोग देखेंगे तो लोगों का ज्ञान बढ़ेगा, लोग समझेंगे और अच्छी दिशा में चलेंगे। दुनिया के कई देशों में भगवान बुद्ध को लोग मानते हैं और बुद्धिज्म को अपनाते हैं।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here