Home Bihar Bihar News: गलत इंजेक्शन से चार साल की बच्ची की मौत! सुपौल में दुकान में लगाई आग, जज ने चुकाया बुजुर्ग का कर्ज

Bihar News: गलत इंजेक्शन से चार साल की बच्ची की मौत! सुपौल में दुकान में लगाई आग, जज ने चुकाया बुजुर्ग का कर्ज

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Bihar News: गलत इंजेक्शन से चार साल की बच्ची की मौत! सुपौल में दुकान में लगाई आग, जज ने चुकाया बुजुर्ग का कर्ज

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बाल मृत्यु (प्रतीकात्मक)

बाल मृत्यु (प्रतीकात्मक)
– फोटो : File Photo

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बिहार के मधेपुरा में एक चार साल की बच्ची की मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया और डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन देने का आरोप लगाया। वहीं सुपौल में पसंद की की जींस ने दिकाने पर एक ग्राहक ने दुकान में ही आग लगा दी। इसके अलावा, जहानाबाद की लोक अदालत में एक बुजुर्ग कर्ज न चुका पाने पर फूट-फटकर रो पड़ा तो जज ने दरियादिली दिखाते हुए उनका कर्ज चुका दिया। आइए तीनों मामलों को विस्तार से जानते हैं।

इंजेक्शन पड़ते ही बच्ची की मौत, परिजनों ने काटा बवाल
पहला मामला, मधेपुरा नगर परिषद के वार्ड नंबर 11 का है। यहां फरीदाबाद निवासी मोहम्मद जसीम की चार साल की बेटी रुख्शाना खातून की तबियत बिगड़ गई थी। परिजन उसे इलाज के लिए मधेपुरा ले गए थे और उसका इलाज किया या था। लेकिन, बच्ची की आज फिर तबियत बिगड़ने के बाद परिजन उसे एक इंजेक्शन दिलवाने के लिए पुरानी बाजार स्थित बिहार में मेडिकल ले गए। इंजेक्शन लगते ही बच्ची की मौत गई। इसके बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा और सड़क का जाम कर दिया।

लोगों ने आरोप लगाया कि बच्ची को सिर्फ सर्दी-जुकाम ही था। बिहार मेडिकल में इंजेक्शन देते ही उसकी मौत हो गई। हालांकि, मौके पर मथेपुरा थाने की पुलिस पहुंची। उन्होंने लोगों को समझाया बुझाया और जाम समाप्त करवा दिया। लेकिन, इसी बीच, आरोपी (बिहार मेडिकल के मालिक और) दुकान बंद कर गायब हो गए हैं।

पसंद की जींस न मिलने पर दुकान में लगाई आग

दूसरा मामला, सुपौल का है। यहां एक ग्राहक इसलिए अपने दोस्त के साथ मिलकर कपड़े की दुकान को आग लगा दी, क्योंकि उसे पसंद जींस नहीं दिखाई। आग लगाने के बाद आरोपी भागने लगे, तभी ग्रामीणों ने उनमें से एक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। यह घटना करजाइन थाना इलाके के बायसी पंचायत के दहगामा चौक वार्ड नंबर तीन में हुई।

दुकान की मालिक शमीना खातून ने बताया कि विनोद कुमार मेहता कुछ दिन पहले उनकी दुकान पर जींस देखने आया था। लेकिन जब उसे जींस पसंद न आई तो वह धमकी देकर चला गया। इसके बाद शुक्रवार रात युवक अपने दोस्तों के साथ पहुंचा। फिर उन्होंने दुकान में पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

इसके बाद आरोपी भागने लगे तो ग्रामीणों ने पकड़ लिया और एक आरोपी संजय कुमार मेहता को रातभर खूटे में बाधकर रखा। संजय ने ही बताया कि घटना में उसका दूसरा साथी विनोद कुमार मेहता था।  सुबह चार बजे ग्रामीणों ने करजाइथा थानाध्यक्ष संजीव कुमार को फोन कर इस मामले की सूचना दी।  इसके बाद पुलिस पीड़िता और आरोपी को थाने ले गई। पुलिस का कहना है कि लिखित आवेदन मिलने के बाद वह इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी।

फूट-फूट कर रोया बुजुर्ग तो जज ने ही चुका दिया कर्ज
तीसरा मामला, जहानाबाद की एक लोक अदालत का है। यहां एक बुजुर्ग कर्ज न चुका पाने पर फूट-फूटकर रो पड़ा। इसे देखते हुए जिला जज ने ही उनका कर्ज चुका दिया। बुजुर्ग ने अपनी बेटी की शादी के लिए 18 साल पहले कर्ज लिया था। इसे न चुका पाने के कारण बैंक ने उन्हें वसूली नोटिस जारी किया था। कोर्ट में लोन सेटलमेंट के लिए उसे पेश किया गया था।

विस्तार

बिहार के मधेपुरा में एक चार साल की बच्ची की मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया और डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन देने का आरोप लगाया। वहीं सुपौल में पसंद की की जींस ने दिकाने पर एक ग्राहक ने दुकान में ही आग लगा दी। इसके अलावा, जहानाबाद की लोक अदालत में एक बुजुर्ग कर्ज न चुका पाने पर फूट-फटकर रो पड़ा तो जज ने दरियादिली दिखाते हुए उनका कर्ज चुका दिया। आइए तीनों मामलों को विस्तार से जानते हैं।

इंजेक्शन पड़ते ही बच्ची की मौत, परिजनों ने काटा बवाल

पहला मामला, मधेपुरा नगर परिषद के वार्ड नंबर 11 का है। यहां फरीदाबाद निवासी मोहम्मद जसीम की चार साल की बेटी रुख्शाना खातून की तबियत बिगड़ गई थी। परिजन उसे इलाज के लिए मधेपुरा ले गए थे और उसका इलाज किया या था। लेकिन, बच्ची की आज फिर तबियत बिगड़ने के बाद परिजन उसे एक इंजेक्शन दिलवाने के लिए पुरानी बाजार स्थित बिहार में मेडिकल ले गए। इंजेक्शन लगते ही बच्ची की मौत गई। इसके बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा और सड़क का जाम कर दिया।

लोगों ने आरोप लगाया कि बच्ची को सिर्फ सर्दी-जुकाम ही था। बिहार मेडिकल में इंजेक्शन देते ही उसकी मौत हो गई। हालांकि, मौके पर मथेपुरा थाने की पुलिस पहुंची। उन्होंने लोगों को समझाया बुझाया और जाम समाप्त करवा दिया। लेकिन, इसी बीच, आरोपी (बिहार मेडिकल के मालिक और) दुकान बंद कर गायब हो गए हैं।

पसंद की जींस न मिलने पर दुकान में लगाई आग

दूसरा मामला, सुपौल का है। यहां एक ग्राहक इसलिए अपने दोस्त के साथ मिलकर कपड़े की दुकान को आग लगा दी, क्योंकि उसे पसंद जींस नहीं दिखाई। आग लगाने के बाद आरोपी भागने लगे, तभी ग्रामीणों ने उनमें से एक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। यह घटना करजाइन थाना इलाके के बायसी पंचायत के दहगामा चौक वार्ड नंबर तीन में हुई।

दुकान की मालिक शमीना खातून ने बताया कि विनोद कुमार मेहता कुछ दिन पहले उनकी दुकान पर जींस देखने आया था। लेकिन जब उसे जींस पसंद न आई तो वह धमकी देकर चला गया। इसके बाद शुक्रवार रात युवक अपने दोस्तों के साथ पहुंचा। फिर उन्होंने दुकान में पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

इसके बाद आरोपी भागने लगे तो ग्रामीणों ने पकड़ लिया और एक आरोपी संजय कुमार मेहता को रातभर खूटे में बाधकर रखा। संजय ने ही बताया कि घटना में उसका दूसरा साथी विनोद कुमार मेहता था।  सुबह चार बजे ग्रामीणों ने करजाइथा थानाध्यक्ष संजीव कुमार को फोन कर इस मामले की सूचना दी।  इसके बाद पुलिस पीड़िता और आरोपी को थाने ले गई। पुलिस का कहना है कि लिखित आवेदन मिलने के बाद वह इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी।

फूट-फूट कर रोया बुजुर्ग तो जज ने ही चुका दिया कर्ज

तीसरा मामला, जहानाबाद की एक लोक अदालत का है। यहां एक बुजुर्ग कर्ज न चुका पाने पर फूट-फूटकर रो पड़ा। इसे देखते हुए जिला जज ने ही उनका कर्ज चुका दिया। बुजुर्ग ने अपनी बेटी की शादी के लिए 18 साल पहले कर्ज लिया था। इसे न चुका पाने के कारण बैंक ने उन्हें वसूली नोटिस जारी किया था। कोर्ट में लोन सेटलमेंट के लिए उसे पेश किया गया था।



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