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नाबालिग के पिता ने बताया कि रूपा सिंह का बेटा सोनू कुमार 1 साल से बेटी के साथ दुष्कर्म कर रहा था। इस दौरान बेटी गर्भवती हो गई। बेटी ने सोनू से शादी की बात कही। इस पर सोनू और उसके परिवार के लोगों बेटी को अपने घर बुलाया। वहां उससे गर्भपात करने के लिए कहा। इसकी बेटी ने विरोध किया तो सभी ने मिलकर बेटी को पकड़ा और उसके ऊपर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया।
अस्पताल में डॉक्टर ने किया मृत घोषित
मृतक के पिता ने पुलिस को बताया कि जब बेटी के जलाए जाने की जानकारी मिली तो सोनू के घर पहुंचा। वहां आग में बेटी तड़प रही थी। उसकी हालत गंभीर थी। उसी हालत में पावापुरी की मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। हम लोग देर शाम बच्ची का शव लेकर गांव पहुंचे। रात में ही सोनू अपने परिवार के साथ आया। सोनू के परिवार लोगों ने मिलकर 13 मार्च की देर रात में ही बेटी का जबरन दाह संस्कार करा दिया।
दबंगों ने दी जान से मारने की धमकी, रख रहे थे नजर
पीड़ित पिता ने आरोप लगाते हुए बताया कि दबंग सोनू के परिवार के लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। डर की वजह से किसी ने इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की। सोनू का परिवार हम लोगों पर नजर रख रहा था। किसी से बात नहीं करने दे रहा था। गांव के ही कुछ लोगों ने मदद की और हौसला दिया, तब थाने पहुंचकर 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
नाबालिग की मौत के बाद रात में ही कर दिया अंतिम संस्कार: थाना प्रभारी
इस मामले पर थाना प्रभारी दरबारी चौधरी ने बताया कि घटना 13 तारीख की है। नाबालिग को पावापुरी मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसकी मौत हो गई। नाबालिग की मौत के बाद रात में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। शुक्रवार को आवेदन मिला है। 4 लोगों के विरुद्ध नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। (रिपोर्ट- अमन राज)
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