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नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के 17 नगर-निगमों में महापौर, उप महापौर और पार्षदों के परिणाम आ गए हैं। इन नतीजों ने हर किसी को हैरान कर दिया है। ये भले ही दलगत चुनाव नहीं थे, लेकिन इन नतीजों से खासतौर पर बिहार की सत्ता में काबिज महागठबंधन को बड़ा सियासी संदेश मिला है। नतीजों पर नजर डालें तो गया को छोड़कर 16 शहरों में महिलाएं महापौर बनी हैं। वह भी तब, जब केवल सात सीटें ही महिलाओं के लिए आरक्षित थीं। मतलब इस बार नगर निकाय चुनाव में महिलाओं का डंका बजा है।
17 में से छह नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी समर्थित महापौर चुना गया है, जबकि छह पर ही महाठबंधन समर्थित प्रत्याशियों को जीत मिली है। समस्तीपुर से कांग्रेस समर्थित अनीता राम मेयर चुनी गईं हैं। चार अन्य पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने परचम लहराया।
यह नतीजे बिहार की सियासत के लिए काफी अहम माने जा रहे हैं, क्योंकि तीन महीने पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़कर महागठबंधन की सरकार बना ली थी। ऐसे में इन नतीजों को आगामी लोकसभा और फिर विधानसभा चुनाव के लिए एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। आइए समझते हैं…
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