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मतगणना प्रक्रिया की जानकारी देते राज्य निर्वाचन आयुक्त।
– फोटो : अमर उजाला
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नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को हुई वोटिंग का परिणाम 30 दिसंबर को दोपहर के बाद से आने लगेगा। मतगणना के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने जिस ऑटोमैटिक सिस्टम और सेफ्टी की बात कही है, वह कारगर रही तो नंबर गेम के विजेता के लिए खुद मशीन ही सर्टिफिकेट तक निकाल देगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक प्रसाद ने बुधवार शाम प्रेस वार्ता में बताया कि इस बार गणना ऑटोमैटिक सिस्टम से होगी। मैनुअल और छेड़छाड़ की आशंका शून्य रहेगी। मशीन ही गणना कर हर प्रत्याशी का वोट जोड़ेगी और फिर मिलान कर नंबर गेम के विजेता के नाम से जीत का सर्टिफिकेट निकाल देगी।
डिजिटल लॉक और कैमरे की निगरानी में ईवीएम
उन्होंने बताया कि मतगणना को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतगणना केंद्र पर स्ट्रांग रूम में डिजिटल लॉक के साथ-साथ सभी जगहों पर कैमरे लगाए गए हैं। जब भी लॉक खुलेंगे, तब सायरन बजना शुरू हो जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि उम्मीदवार घर बैठे भी अपने लॉक की स्थिति को देख सकते हैं। इससे पारदर्शिता की स्थिति बनी रहेगी, क्योंकि कई बार लोगों को भ्रम होता है कि स्ट्रांग रूम को कोई भी खोल सकता है।
11 राउंड तक गणना, हरेक का हिस्सा बंटा
उन्होंने विस्तारपूर्वक बताया कि गणना ओसीआर तकनीक से की जाएगी। इस तकनीक का फायदा यही है कि मशीन मतगणना का काम करते हुए परिणाम घोषित कर देगी। मीडिया और उम्मीदवारों के समर्थकों के लिए अलग व्यवस्था की जाएगी। काउंटिंग 11 राउंड तक चलेगी। मेयर और डिप्टी मेयर की काउंटिंग अलग-अलग हिस्से में होगी। इसी तरह हर पार्षद सीट की काउंटिंग के लिए अलग हिस्सा होगा। पटना में एएन कॉलेज को मतगणना स्थल बनाया गया है। इसलिए काउंटिंग के दिन बोरिंग रोड के आसपास की यातायात व्यवस्था बदली हुई रहेगी।
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