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सारण जिले में इंटरनेट की सोशल मीडिया साइट्स पर लगा प्रतिबंध बढ़ाया गया।
– फोटो : अमर उजाला
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सारण के मांझी में मुबारकपुर के मुखिया-पति पर फायरिंग का आरोप लगाकर जिन तीन युवकों को उसके मुर्गा फार्म के कमरे में बंद कर बेसुध होने तक पीटने का मामला अभी ठंडा होने की उम्मीद नहीं दिख रही है। उनमें से एक युवक अमितेश कुमार सिंह की मौत के बाद जातिगत तनाव के बाद मुखिया-पति के टोले में आगजनी-तोड़फोड़ हुई तो सारण में 6 फरवरी से सोशल मीडिया पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था। बुधवार शाम इस प्रतिबंध को बढ़ाकर 10 फरवरी की रात 11 बजे तक के लिए कर दिया गया है। पुलिस-प्रशासन सोशल मीडिया बैन से तनाव में राहत की बात कह रहा, जबकि तनाव की आशंका घटने वाली दिख नहीं रही। वजह यह है कि शेष दो घायलों में एक युवक राहुल कुमार सिंह को बुधवार शाम पटना में डॉक्टरों ने ब्रेन डेड बताया और रात करीब 11 बजे मृत घोषित होते ही आननफानन में पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर PMCH भागी। ‘अमर उजाला’ के पास शाम 8 बजे ही यह जानकारी थी कि पाटलिपुत्र स्थित निजी अस्पताल के बाहर जमा भीड़ घटने के बाद उसे मृत घोषित किया जाएगा। इस बीच, राहत की बात इतनी है कि बुरी तरह घायल होकर भी आलोक कुमार सिंह उर्फ विक्की हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो गया है। पिटाई का वीडियो वायरल होने के कारण घटना में शक की गुंजाइश नहीं, लेकिन अब इस चश्मदीद के कारण हत्यारों को सजा तक पहुंचाना आसान होगा।
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