Home Bihar Bihar Hooch Tragedy: सारण जहरीली शराब कांड मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच लोग गिरफ्तार, एक वाहन जब्त

Bihar Hooch Tragedy: सारण जहरीली शराब कांड मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच लोग गिरफ्तार, एक वाहन जब्त

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Bihar Hooch Tragedy: सारण जहरीली शराब कांड मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच लोग गिरफ्तार, एक वाहन जब्त

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शराब और धंधेबाजों के ठिकानों पर पुलिस की दबिश।

शराब और धंधेबाजों के ठिकानों पर पुलिस की दबिश।
– फोटो : अमर उजाला

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बिहार पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए सारण जहरीली शराब कांड के सिलसिले में मुख्य आरोपी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। सारण के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि राज्य पुलिस द्वारा गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक होम्योपैथी कंपाउंडर को पकड़ा, जो जहरीली शराब कांड का कथित तौर पर मास्टरमाइंड था। इस जहरीली शराब कांड में 38 लोगों की जान चली गई थी।

पहले नौ लोगों को किया गया था गिरफ्तार
एसपी कुमार ने कहा कि पुलिस ने एक वाहन जब्त किया है, जिसका इस्तेमाल उत्तर प्रदेश से रसायन लाने और सारण में मसरख एवं उसके आसपास शराब की आपूर्ति करने के लिए किया जाता था। नकली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की खाली बोतलें भी बरामद की गईं।एसआईटी ने इस मामले में पहले नौ लोगों को गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया आरोप
उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला कि मास्टरमाइंड (मुख्य आरोपी) अपने साथियों की मदद से होम्योपैथी दवा और चीनी मिलाकर नकली शराब बनाता था। वे (आरोपी) सारण जिले के कई इलाकों में अपने विक्रेताओं या सहयोगियों के माध्यम से अवैध शराब की आपूर्ति करते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वे सारण जिले में होम्योपैथी दवाओं से बनी नकली शराब की आपूर्ति करते थे और आरोपियों में से एक ने भी इसी शराब का सेवन किया था, लेकिन इलाज के बाद वह बच गया।

एडीजीपी ने कहा- पुलिस थाने में रखी स्पिरिट शराब कांड के लिए जिम्मेदार नहीं
एसपी ने कहा कि पुलिस ने सारण के दोएला इलाके से बड़ी संख्या में नकली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की खाली बोतलें बरामद की गई हैं। जांच जारी है। इस बीच, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए इस आरोप का खंडन किया कि सारण जिले के एक पुलिस थाने में रखी ‘स्पिरिट’ जहरीली शराब कांड के लिए जिम्मेदार थी।

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि सारण के एक पुलिस स्टेशन के अंदर रखी गई किसी भी स्पिरिट का इस्तेमाल नकली शराब बनाने के लिए नहीं किया गया था। यह संदेह है कि शराब के निर्माण में कुछ अन्य रसायनों का इस्तेमाल किया गया होगा। हम सभी मृतकों की विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इससे पता चलेगा कि नकली शराब बनाने में किस तरह के रसायन का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने दीजिए तभी हम किसी खास चीज पर टिप्पणी कर पाएंगे। गंगवार ने कहा कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सारण के मशरख पुलिस थाने के थाना प्रभारी (एसएचओ) और अन्य अधिकारियों के खिलाफ पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है। गौरतलब है कि 2016 में बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

विस्तार

बिहार पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए सारण जहरीली शराब कांड के सिलसिले में मुख्य आरोपी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। सारण के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि राज्य पुलिस द्वारा गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक होम्योपैथी कंपाउंडर को पकड़ा, जो जहरीली शराब कांड का कथित तौर पर मास्टरमाइंड था। इस जहरीली शराब कांड में 38 लोगों की जान चली गई थी।

पहले नौ लोगों को किया गया था गिरफ्तार

एसपी कुमार ने कहा कि पुलिस ने एक वाहन जब्त किया है, जिसका इस्तेमाल उत्तर प्रदेश से रसायन लाने और सारण में मसरख एवं उसके आसपास शराब की आपूर्ति करने के लिए किया जाता था। नकली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की खाली बोतलें भी बरामद की गईं।एसआईटी ने इस मामले में पहले नौ लोगों को गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया आरोप

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला कि मास्टरमाइंड (मुख्य आरोपी) अपने साथियों की मदद से होम्योपैथी दवा और चीनी मिलाकर नकली शराब बनाता था। वे (आरोपी) सारण जिले के कई इलाकों में अपने विक्रेताओं या सहयोगियों के माध्यम से अवैध शराब की आपूर्ति करते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वे सारण जिले में होम्योपैथी दवाओं से बनी नकली शराब की आपूर्ति करते थे और आरोपियों में से एक ने भी इसी शराब का सेवन किया था, लेकिन इलाज के बाद वह बच गया।

एडीजीपी ने कहा- पुलिस थाने में रखी स्पिरिट शराब कांड के लिए जिम्मेदार नहीं

एसपी ने कहा कि पुलिस ने सारण के दोएला इलाके से बड़ी संख्या में नकली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की खाली बोतलें बरामद की गई हैं। जांच जारी है। इस बीच, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए इस आरोप का खंडन किया कि सारण जिले के एक पुलिस थाने में रखी ‘स्पिरिट’ जहरीली शराब कांड के लिए जिम्मेदार थी।

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि सारण के एक पुलिस स्टेशन के अंदर रखी गई किसी भी स्पिरिट का इस्तेमाल नकली शराब बनाने के लिए नहीं किया गया था। यह संदेह है कि शराब के निर्माण में कुछ अन्य रसायनों का इस्तेमाल किया गया होगा। हम सभी मृतकों की विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इससे पता चलेगा कि नकली शराब बनाने में किस तरह के रसायन का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने दीजिए तभी हम किसी खास चीज पर टिप्पणी कर पाएंगे। गंगवार ने कहा कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सारण के मशरख पुलिस थाने के थाना प्रभारी (एसएचओ) और अन्य अधिकारियों के खिलाफ पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है। गौरतलब है कि 2016 में बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।



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