[ad_1]
बिहार की राजधानी पटना में पिछले 48 घंंटों के दौरान कई आपराधिक वारदात हुए, दानापुर में जेडीयू नेता की हत्या का मामला सुलझा नहीं था कि पटना सिटी में तेल के व्यापारी प्रमोद बागला की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं बेखौफ अपराधियों ने प्रमोद बागला के साथ उनके बेटे और स्टाफ पर भी गोली चलाई। दिन के निकलते-निकलते पटना के राजा बाजार में भी सरेराह गला उतारने की वारदात होते होते रह गई। राजधानी पटना में अपराधियों की मनमर्जी देखने को मिली और पुलिस मूक दर्शक बनी रही है।
बताते चलें कि स्थानीय हरकत में न आते तो एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ती। महिला पिलर नंबर 69 के पास भुट्टा बेचती थी। उसका विवाद पास के ही एक कस्साई से हो गया था। आरोपी ने हत्या की नीयत से बकरा काटने वाले चाकू से महिला पर हमला कर दिया। बीच बचाव करने आए लोगों पर भी आरोपी ने हमला कर दिया। इस स्थिति से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपराधी प्रशासन और पुलिस के डर को जेब में लेकर घूम रहे हैं। जिसका जैसे मन किया वैसे अपराध कर रहा और पुलिस मूक दर्शक बने रहने के अलावा कुछ और करती नहीं नजर आ रही है।
अपराध कम करने की बजाए पुलिस का रटा रटाया जवाब
प्रदेश की राजधानी पटना का ऐसा हाल है तो बिहार के 38 जिलों में अपराधियों के हौसलों का अंदाजा लगाया जा सकता है। आरा में पुलिस ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मारा गया शख्स बिहार के धरोहर बाबू वीर कुंवर के वंशज है। अब एसआईटी गठित की गई है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी का रटा रटाया जवाब दे दिया गया है। वहीं दरभंगा और सासाराम में लूट की घटना हुई है। दरभंंगा में 15 लाख की लूट करने आए बदमाशों ने कैशियर को गोली मार दी।
मूक दर्शक बनी पुलिस, स्थानियों में आक्रोश
अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिहार में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है। अपराधी बेखाैफ हैं और पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। पटना सिटी इलाके के लोगों का कहना है कि अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं रहा। महेश बागला कहते हैं सरकार केवल व्यापारियों से टैक्स वसूलती है। अब एक बार फिर बिहार में जंगल राज की वापसी नजर आने लगी है।
सड़क पर उतर रही स्थानीय लोगों की नाराजगी
पुलिस प्रशासन से लोगों के उठे भरोसे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिन जगहों पर अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया। वहां स्थानीय लोगों का गुस्सा सड़कों पर फूटता नजर आया। ये इस बात का प्रमाण है कि पुलिस से लोगों का भरोसा उठ चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस का डर अपराधियों में नहीं है। तभी तो लोगों को अपराधियों पर कार्रवाई के लिए सड़क जामकर प्रशासन के कान में तेल डालना पड़ रहा है।
राजधानी के दानापुर से पटना सिटी तक बवाल
पटना के एक छोर से दूसरे छोर तक बीते 48 घंटे के दौरान बवाल ही बवाल देखने को मिला। चाहे वो दानापुर हो, राजा बाजार हो या पटना सिटी हो। सभी जगह अपराधियों ने अपराध किया और उसके बाद जनता सड़क पर उतरती नजर आई। कुछ ऐसा ही आरा, सासाराम और दरभंगा में भी देखने को मिला। स्थानीय लोगों की नाराजगी पुलिस के खिलाफ फूटती नजर आई। पटना सिटी का व्यस्त इलाका हत्या के बाद घंटों जाम रहा, पटना के राजा बाजार इलाके में कसाई ने भुट्टा बेचने वाली महिला पर बकरा काटने वाले चाकू से सरेराह सिर धड़ से अलग करने की कोशिश की। लेकिन स्थानीय लोगों के बीच बचाव से महिला की जान बची। इसके बाद स्थानीय लोगों ने सड़क जामकर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की, आगजनी की, प्रशासन के खिलाफ गुस्सा दिखाया और अपराधी की गिरफ्तारी की मांग की।
आसपास के शहरों की खबरें
नवभारत टाइम्स न्यूज ऐप: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें
वेब शीर्षक: बिहार अपराध : नीतीश की नाक की सबसे निचली राजधानी में बह रहा खून… सहमा पटना हत्याओं से
हिंदी समाचार नवभारत टाइम्स से, टीआईएल नेटवर्क
हिंदी समाचार नवभारत टाइम्स से, टीआईएल नेटवर्क
[ad_2]
Source link