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बिहार के पटना में भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दो सगे भाइयों की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के काली मंदिर रोड पर हुई। माना जा रहा है कि इस वारदात को पांडव गिरोह के सरगना संजय सिंह ने अंजाम दिया है।
वहीं मृतकों की पहचान शंभू शरण (32) और गौतम सिंह (28) के रूप में हुई है। खबरों की मानें तो कुछ दिन पहले संजय सिंह के करीबी सुधीर शर्मा की हत्या हो गई थी। इसलिए माना जा रहा है कि संजय ने करीबी का बदला लेने के लिए दोनों भाइयों की हत्या कर दी। हालांकि सुधीर मामले में दो भाइयों के खिलाफ कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी।
तलाश में जगह-जगह छापेमारी
संजय नीमा गांव का रहने वाला है। वहीं एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने जानकारी दी कि नीमा गांव के दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर गैंगवार चल रहा है और इसी के चलते दो भाइयों की हत्या की गई है। पुरानी घटनाओं के आधार पांडव गिरोह के सरगना संजय की संलिप्तता बताई जाती है। वहीं हत्यारों की तलाश में जगह-जगह छापेमारी की जा रही है।
लॉकडाउन में पटना शिफ्ट हो गए थे शंभू शरण
मीडिया खबरों मुताबिक पूर्व विधायक चितरंजन पांच भाई है। मृतक शंभू शरण चौथे और गौतम पांचवें नंबर के थे। शंभू चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) थे। दिल्ली में पढ़ाई पूरी करने के बाद वे यहीं प्रैक्टिस करते थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान पटना में अपना ऑफिस बना लिया था। अभी उनका कार्यालय पीसी कालोनी के महेंद्रलोक अपार्टमेंट में है। वहीं गौतम भी उनके साथ ही काम किया करते थे।
ऑफिस से लौटते वक्त गोलियों से भूना
परिजनों ने बताया कि रोज की तरह शंभू शरण ने शाम छह बजे ऑफिस बंद कर छोटे भाई गौतम के साथ बाइक से घर लौट रहे थे। गौतम बाइक चला रहे थे। इसी दौरान काली मंदिर से आगे बढने पर महेश्वरी भवन के नीचे बाइक सवार दो हमलावरों ने उन्हें ओवरटेक किया और इसके बाद धुंआधार गोलियां चला दीं।
गौतम ने घटनास्थल पर दम तोड़ दिया और इलाज के दौरान शंभू की मौत हो गई। दोनों को सिर और चेहरे पर प्वाइंट ब्लैंक रेंज से तीन-तीन गोलियां मारी गई हैं। पुलिस ने घटनास्थल से 7.65 बोर के चार खोखे बरामद किए हैं। वारदात में पेशेवर शूटरों का हाथ बताया जाता है। मामले की जांच जारी है।
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