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राज्य स्वास्थ्य समाज के अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक अनिमेष कुमार पराशर ने शुक्रवार को कहा कि ‘डेटा होस्टिंग का काम चल रहा था और एक बार पूरा होने के बाद, प्रत्येक स्कूल प्रमुख अपने स्कूलों में टीकाकरण के लिए माइक्रो लेवल प्लान देगा।इसमें उन बच्चों की संख्या शामिल होगी जो टीकाकरण के लिए लाभार्थियों की श्रेणी में आएंगे, नोडल शिक्षक का नाम और संपर्क और मुखिया का। एक बार ये जानकारी उपलब्ध हो जाने के बाद, हम टीकाकरण करने वालों को टैग करेंगे।’
मार्च से शुरू हो सकता है 12-14 साल के बच्चों का टीकाकरण
पराशर ने आगे कहा कि इस पद्धति से उन्हें बच्चों की सही संख्या जानने में मदद मिलेगी और टीकाकरण की प्रक्रिया में आसानी होगी। इस सप्ताह की शुरुआत में, टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के केंद्र सरकार के कोविड -19 कार्यकारी समूह के अध्यक्ष , डॉ एनके अरोड़ा ने कहा था कि 12 से 14 साल के बच्चों का टीकाकरण मार्च से शुरू होगा। पराशर ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में तैयारी शुरू कर दी है और केंद्र से संकेत मिलते ही वे बिहार में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू कर देंगे । अभी तक बिहार समेत पूरे देश में 15 साल से ऊपर के बच्चों का टीकाकरण चल रहा है।
अभी तक बिहार में इतने बच्चों का टीकाकरण
शुक्रवार दोपहर तक के आंकड़ों से पता चला है कि राज्य में 33.36 लाख किशोरों को टीके की पहली खुराक दी गई थी जो आबादी का लगभग 40% हिस्सा था। बिहार में इस आयु वर्ग में कुल 83.46 लाख लाभार्थी हैं। पराशर ने आगे कहा कि टीकाकरण कवरेज के मामले में बिहार देश में चौथे स्थान पर है। बिहार में शुक्रवार दोपहर तक 10.90 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोनारोधी टीके की डोज दी जा चुकी है।
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