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17 तरह के पूछे जाएंगे प्रश्न
जाति आधारित सर्वे के इस फेज में लोग कितना पढ़े लिखे हैं, सामाजिक पृष्ठभूमि क्या है, उनके पास कितनी गाड़ी है? आर्थिक स्थिति क्या है जैसे प्रश्न पूछे जा रहे हैं। जिला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि दूसरे चरण की जनगणना के दौरान 17 प्रकार के प्रश्न हैं। फेज-1 के तहत पटना जिले के लगभग 1369000 परिवार सर्वे में आए थे। इस दौरान परिवार के सदस्यों की संख्या लगभग 7300000 थी। जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक 65000 परिवारों की पूरी जानकारी ली जा चुकी है।
एक परिवार की जानकारी लेने में लग रहे आधे घंटे
जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने एनबीटी से बात करते हुए यह भी जानकारी दी कि एक परिवार का सर्वे करने में गणना कर्मचारी को लगभग आधे घंटे लग रहे हैं। परिवार की संख्या के अलावा परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी ली जा रही है। उम्र नाम के अलावा परिवार में बाहर रहने वाले सदस्यों की भी सूचना एकत्र की जा रही है। उनके काम और पेशे के अलावा परिवार के पास सुख सुविधा की चीजें कितनी हैं इसकी भी जानकारी ली जा रही। एक फॉर्म में लगभग 15 सदस्यों की डिटेल भरी जा सकती है इससे ज्यादा के लिए दूसरा फॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा है। सारी डिटेल भरने में लगभग आधे घंटे का वक्त लग रहा है।
ऑनलाइन पोर्टल पर भी हो रही एंट्री
जिला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जाति आधारित सर्वे की तमाम जानकारी को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए भी अपडेट किया जा रहा है। इसका फायदा यह होगा कि काउंटिंग कंप्लीट होते ही ये ऑनलाइन भी उपलब्ध रहेगी। डाटा का प्रकाशन भी आसान होगा और मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी। उन्होंने राजधानी पटना में पड़ रही गर्मी का जिक्र करते हुए कहा कि 44 डिग्री टेंपरेचर में गणना कर्मी अपना काम काफी निष्ठा से कर रहे हैं।
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