बिहार बोर्ड 10वीं टॉपर: बिहार बोर्ड की ओर से दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का परिणाम अब जारी किया जा चुका है। कई छात्रों के लिए यह परिणाम खुशियां लेकर आया है तो वहीं, कई छात्रों को निराशा भी हाथ लगी है। इस साल बिहार बोर्ड दसवीं की परीक्षा का सफलता प्रतिशत 79.88 रहा है। दसवीं बोर्ड की परीक्षा में औरंगाबाद की नारायणी रॉय ने पहला स्थान प्राप्त किया है। वहीं, मधुबनी जिले के विवेक कुमार ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इसी कड़ी में अमर उजाला ने बात की है बिहार बोर्ड के दूसरे टॉपर विवेक कुमार से और जाना उनके अनुभवों को…
इतनी बड़ी सफलता के लिए कितनी और कैसे तैयारी की?
इस सफलता में सबसे ज्यादा योगदान शिक्षकों और माता-पिता का रहा। मैने हर रोज 12 से 14 घंटे तक पढ़ाई की है। घर के काम के बजाय मैंने पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दिया। इसमें घरवालों ने काफी मदद की। इस कारण ही इस बड़े मुकाम को हासिल करने में मदद मिली। जिस विषय में परेशानी हुई उसे ज्यादा पढ़ा। किसी भी विषय में ज्यादा मुश्किल नहीं आई, क्योंकि बारीकी से पढ़ाई की और बैलेंस बनाकर रखा। हर रोज सभी विषयों की पढ़ाई की।
क्या खेल-कूद भी छोड़ा?
विवेक ने बताया कि आखिरी के महीनों में प्रेशर ज्यादा था। शिक्षकों को भी आशा थी की वह टॉप करेंगे, इसलिए उन्होंने काफी साथ दिया। नोटबुक को समय-समय पर बारीकी से पढ़ा। इसके अलावा कोचिंग में हर महीने टेस्ट में भाग लिया। केवल छुट्टी के दिन फिल्म देखी। रट्टा मारने के बजाय विषय को समझने पर ध्यान दिया। सभी को उम्मीद थी कि मैनें अच्छे से पढ़ाई की है अच्छा करूंगा। इस कारण मैंने परीक्षा हॉल मे प्रेशर नहीं लिया। परीक्षा में हैंडराइटिंग भी जरूरी है, इसे अच्छा रखें।
कौन सा विषय पसंद है?
विवेक ने बताया कि गणित उनका पसंदीदा विषय है। यह उन्हें रोचक लगता है। कठिन अब कुछ भी नहीं लगता। आईएएस के लिए जरूरी विषय भी पढ़ने में अच्छे लगते हैं। गणित के प्रश्न ज्यादा मुश्किल नहीं। अगर सूत्र याद हैं तो छात्र आसानी से इस परीक्षा को पास कर सकते हैं।
आगे का क्या सपना है?
विवेक ने बताया कि आगे अब वह इंटर में प्रवेश लेंगे। इसके बाद उनका सपना आईएएस बनने का है। इसके लिए घर-वालों का भी पूरा साथ है। माता-पिता और बड़े भाई साथ देने के लिए तैयार हैं। जल्द ही वह आगे की पढ़ाई के लिए पटना जाएंगे।