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Bihar AQI Today : प्रदूषण फैलाने में मोतिहारी देश भर में सबसे आगे, बिहार के 10 शहरों की हवा सांस लेने लायक तक नहीं

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Bihar AQI Today : प्रदूषण फैलाने में मोतिहारी देश भर में सबसे आगे, बिहार के 10 शहरों की हवा सांस लेने लायक तक नहीं

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पटना/मोतिहारी: बिहार की हवा दिनों दिन खराब होती जा रही है। रविवार को देश के 177 में से टॉप तीन सबसे प्रदूषित शहर बिहार से थे। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ (400 से ऊपर) स्तर तक गिर गया। बिहार का मोतिहारी 423 AQI के साथ लिस्ट में टॉप पर था। इसके बाद दरभंगा में AQI 411 और सीवान में 401 था। राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी रखने वाले 12 शहरों की वायु गुणवत्ता को ‘बहुत खराब’ सूची में शामिल किया गया, इनमें से 10 बिहार के थे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से शाम 4 बजे संकलित आंकड़ों के अनुसार, पटना का एक्यूआई स्तर शनिवार को 299 (खराब) से रविवार को 320 (बहुत खराब) तक 21 अंक बढ़ गया, जो कि पिछले 24 घंटों का औसत है।

बिहार के इन शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी डराने वाला
बेगूसराय का AQI 399, बक्सर (362), समस्तीपुर (357), कटिहार (355), पूर्णिया (348), सहरसा (326), मुजफ्फरपुर (322), भागलपुर (319) और छपरा का 317 दर्ज किया गया। पटना का समग्र एक्यूआई छह वायु निगरानी स्टेशनों की रीडिंग पर आधारित था, जिनमें से पटना सहित पांच ‘बहुत खराब’ श्रेणी में थे। पटना सिटी में 341, बीआईटी-मेसरा (320), इको पार्क (320), डीआरएम कार्यालय-खगौल (309) और तारामंडल (304) रिकॉर्ड किया गया। वहीं एसके मेमोरियल हॉल में एक्यूआई को 290 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बेहद खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।
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बिहार में बीमारियां बढ़ाने वाला AQI
CPCB के अनुसार, गंभीर AQI स्तर स्वस्थ लोगों को प्रभावित कर सकता है और मौजूदा बीमारियों वाले लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है, जबकि बहुत खराब वायु गुणवत्ता लंबे समय तक संपर्क में रहने पर श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण बन सकती है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (बीएसपीसीबी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक और वायु प्रदूषण विशेषज्ञ अरुण कुमार ने कहा कि जलोढ़ मिट्टी और बाढ़ के पानी के घटने के बाद गाद जमा होने जैसे भौगोलिक कारणों के अलावा तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव बिहार में बिगड़ते वायु प्रदूषण के कारणों में से एक है।
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इन वजहों से बढ़ा प्रदूषण
विशेषज्ञ अरुण कुमार के मुताबिक ‘सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी बढ़ गई है और अधिक निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। सर्दियों के समय में तापमान उलटाव की स्थिति में प्रदूषण होने की संभावना अधिक होती है। इन सबके बावजूद, हम बिहार में प्रदूषण की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और इस प्रथा को हतोत्साहित करने के लिए पराली जलाने पर नजर रख रहे हैं।’

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