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सासाराम में जलीं झोपड़ियां।
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार पुलिस मुख्यालय ने नालंदा में केंद्रीय बलों के साथ मोर्चा संभाला तो स्थिति नियंत्रित हो गई, लेकिन सासाराम में तनाव कम नहीं हो रहा है। असामाजिक तत्वों ने मंगलवार सुबह एक धर्मस्थल को फूंकने की कोशिश की। नहीं कर सके तो परिसर की झोपड़ियों को जला दिया। अगलगी के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने स्थानीय लोग और फायरब्रिगेड की मदद से झोपड़ी में लगी आग पर काबू पाया। गनीमत थी कि अगलगी के वक्त झोपड़ी में कोई नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
इधर, घटना के बाद लोगों में आक्रोश है। वह असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस की तैनाती के बावजूद में इलाके में इस तरह की घटना हो रही है। हमलोग दहशत में हैं। सोमवार सुबह एक घर पर बम फेंका गया और सरकार कह रही है कि यह बम नहीं पटाखा था। एक महिला ने 4 बदमाशों को भागते भी देखा था। पुलिस को इसकी सूचना दी लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। बिहार सरकार से अपील है कि वह इलाके में केंद्रीय सुरक्षा बल को तैनात करे। हमलोग डरे सहमे हुए हैं।
असामाजिक तत्वों ने बमबाजी की थी
दरअसल, 31 मार्च को सासाराम में दो पक्षों में बीच भिड़ंत हो गई थी। इसमें दोनों ओर से जमकर पथराव हुए थे। असामाजिक तत्वों ने बमबाजी की थी और गोलियां भी चलाई थी। इसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए थे। हिंसा की सूचना पर भाजपा ने गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां लॉ एंड ऑर्डर ठीक होने की बात कही। 2 अप्रैल तक हालात सामान्य हो गए थे लेकिन 3 अप्रैल की सुबह असामाजिक तत्वों ने एक घर पर बम फेंक दिया। रात में पुलिस मुख्यालय ने कहा इसे पटाखा करार देते हुए हालात नियंत्रण में होने का दावा किया।
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