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घटनास्थल की ओर जाने का प्रयास करतीं दमकल की गाड़ियां
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के नालंदा के राजगीर स्थित वैभारगिरी पर्वत के जंगल में रविवार को आग लग गई थी। इस आग ने देखते ही देखते चार किलोमीटर क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया। अभी भी आग पहाड़ की चोटियों पर लगी हुई है। उसे बुझाने में 500 से अधिक कर्मियों को लगाया गया है। नालंदा के अलावा नवादा, गया और पटना से अग्निशमन टीम को आग पर काबू पाने के लिए बुलाया गया है। जो लगातार कड़ी मशक्कत कर इस पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल मौके पर 36 दमकल की गाड़ियों को इस काम में लगाया गया है। लेकिन पहाड़ होने के कारण यह भी नाकाफी साबित हो रही है।
जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि वैभारगिरी पर्वत की कुल पांच जगहों पर आग लगी थी। उनमें से चार जगहों पर काबू पा लिया गया है। लेकिन एक जगह पर अब भी आग बुझाने का कार्य किया जा रहा है। इसमें कुल 500 कर्मी लगाए गए हैं। जो शिफ्ट में काम कर रहे हैं। इस कार्य में वन विभाग, निगम के कर्मी और अग्निशमन के कर्मी को लगाया गया है। साथ में वन विभाग के डीएफओ, राजगीर के एसडीओ और अग्निशमन विभाग के वरीय अधिकारियों को इसकी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया है।
रविवार को लगी आग पर सोमवार के दिन का काबू पा लिया गया था। लेकिन शाम होते-होते अचानक फिर से पहाड़ों पर आग सुलग उठी। भीषण गर्मी और पछुआ हवा के कारण कर्मियों को आग पर काबू पाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दमकल की गाड़ियां ऊंचाई तक नहीं पहुंच रही हैं। ऐसे में वे हाथों में डंडे और अन्य सामग्री लेकर कर्मी आग पर काबू पाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
सोमवार को अग्निशमन विभाग की डीजी सोभा अहोटकर ने राजगीर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था। साथ में जिला प्रशासन के साथ बैठकर आगे की रणनीति बनाने की भी बात कही थी ताकि इस तरह की घटना पर लगाम लगाया जा सके।
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