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मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और डीजीपी से घूमकर पूछ लिया बहुत कुछ।
– फोटो : अमर उजाला
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार पुलिस दिवस पर नए पुलिस महानिदेशक आर. एस. भट्टी से लेकर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी तक की क्लास ले ली। उन्होंने पुलिस दिवस पर पुलिस की कार्यशैली, काम की गति से लेकर अपने निर्देशों की अवहेलना तक के लिए जमकर खरीखोटी सुनाई। सीख दी। और, खड़े-खड़े पूछ लिया कि मुख्यमंत्री के सुझाव को मानिएगा न?
डीजीपी से कैसे-क्या कहा मुख्यमंत्री ने, पढ़िए
उन्होंने विशेष शाखा में सामान्य पुलिसकर्मियों की 50 फीसदी ट्रेनिंग नहीं होने पर कहा कि “लोग रिटायर कर रहे, लेकिन 50 प्रतिशत रिजर्व रख ट्रेनिंग देने वाला काम नहीं हुआ। यह निर्णय बहुत पुराना था। आप लोग याद रखिए कि क्या काम किया गया है। हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं। करिए इसको पूरा।” इसके बाद वह गश्ती के रवैए पर बोलने लगे। कहा- “2006 में सुबह-सुबह बैठकर तय किया था कि नियमित गश्ती होनी चाहिए। इतना कुछ दिए, लेकिन गड़बड़ करने वाले तो कर ही रहे हैं। पता नहीं कब तक करिएगा।” डीजीपी की ओर मुखातिब होकर बोले- “आप पर भरोसा है। करिए।” फिर बोले- चीफ सेक्रेट्री अभी भाषण दिए हैं।
मुख्य सचिव सुबहानी से भी हिसाब ले लिया
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की ओर मुखातिब होकर बोले- तब तो आप थे न! देखिएगा न जी, कि तय काम क्यों नहीं कर रहे पुलिस वाले!” मुख्यमंत्री पुलिस की कार्यशैली को लेकर लगातार असहजता दिखाते रहे। उन्होंने कहा- “2007 में हमने थानों को दो हिस्सों में बांटने कहा था, इन्वेस्टिगेशन का अलग और लॉ-ऑर्डर का अलग। यह अब जाकर 2018 के आसपास हुआ। मेरे सुझाव को तो मानिएगा न? इन सब चीजों को कंट्रोल करिएगा, तब सब चीज अच्छे से होगा।”
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