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बेतिया में बाघ की तलाश में वन विभाग की टीम।
– फोटो : अमर उजाला
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बेतिया के सहोदरा थाना क्षेत्र के कटराव गांव के पश्चिम सरेह में बाघ दिखने से हड़कंप मच गया। खेत में गन्ने की छिलाई कर रहे मजदूर इधर-उधर भागने लगे। बाघ दहाड़ मारकर बगल के गन्ने के खेत में घुस गया। गन्ने के खेत के बगल वाले नाले में बाघ का दो-तीन दिन पुराना पगमार्क मिला है।
गन्ने की छिलाई कर रहे मजदूर बृजू देवी, इंबु देवी, शंभू महतो आदि ने बताया कि करीब 5 दर्जन से अधिक मजदूर 4 बीघे में लगी गन्ने की छिलाई कर रहे थे। करीब 3 बीघा गन्ने की कटाई मजदूरों द्वारा कर ली गई थी। इसी बीच बाघ दहाड़ मारते हुए उत्तर दिशा में लगी गन्ने के खेत से निकलकर दक्षिण दिशा में लगे गन्ने में घुस गया। इसी बीच काली रंग की एक नीलगाय बाघ को दिखाई दी।
4 बीघा गन्ने की छिलाई कर रहे हैं
बाघ ने नीलगाय पर हमला बोला। परंतु नीलगाय भाग गई। मजदूरों द्वारा जब हल्ला किया गया तो बाघ पुनः दक्षिण दिशा में लगे गन्ने में आकर छुप गया। मजदूरों ने बताया कि मजदूरों द्वारा पंकज महतो, ब्रिज महतो, रामाशंकर महतो, चंद्रिका महतो व विशाल कुमार की 4 बीघा गन्ने की छिलाई कर रहे हैं। इसी बीच बाघ दिखाई दिया। इससे लोगों में दहशत फैल गई।
बाघ का दो-तीन दिन पुराना पगमार्क मिला
रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि इसकी सूचना मिली है। स्थल पर वन कर्मियों को भेज कर ट्रैकिंग कराया जा रहा है। ताकि बाघ जंगल की तरफ लौटाया जा सके। फॉरेस्टर उदित कुमार शर्मा ने बताया कि बाघ के पगमार्क की ट्रेकिंग की गई है। फॉरेस्टर के नेतृत्व में वनरक्षी प्रिंस कुमार, सुजीत कुमार सहित आधा दर्जन से अधिक वनकर्मी गन्ने की खेत के समीप कैंप किए हुए हैं।
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