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Bihar: बिहार से महाराष्ट्र और गुजरात ले जाए जा रहे 8 बच्चे दानापुर जंक्शन पर उतारे गए, जानिए क्या है
– फोटो : अमर उजाला
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पटना के दानापुर की जीआरपी पुलिस ने 8 बच्चों को ट्रेन से उतारा है। साथ ही उन बच्चों को ले जा रहे दो युवकों को भी गिरफ्तार किया है। ये सभी बच्चे कोशी क्षेत्र के रहने वाले हैं। उन बच्चों को फिलहाल चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है।
महाराष्ट्र और गुजरात ले जाने की थी तैयारी
इस संबंध में पुलिस का कहना है कि दानापुर के प्लेटफार्म संख्या 4 से संघमित्रा ट्रेन से 8 बच्चों को महाराष्ट्र (7) और गुजरात (1) ले जाने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन इसी बीच इस बात की भनक बचपन बचाओ आंदोलन समिति को लग गई। समिति ने तुरंत इस बात की सूचना दानापुर के जीआरपी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही जीआरपी पुलिस प्लेटफोर्म संख्या 4 पर पहुंची और सभी बच्चों को अपने साथ ले गई।
सभी बच्चे कोशी क्षेत्र के हैं
जीआरपी थाना प्रभारी रणधीर कुमार ने बताया कि हिरासत में लिए गये युवकों ने बताया कि उनमें से एक उमेश कुमार मधेपुरा का निवासी है जबकि दूसरा राकेश कुमार पूर्वी चंपारण का रहने वाला है। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्लेटफ़ॉर्म संख्या चार से लाए गए बच्चों में 6 मधेपुरा के हैं, जबकि एक सुपौल और एक मोतिहारी जिले के रहने वाले हैं। उन आठों बच्चों की उम्र लगभग 12 से 17 वर्ष के बीच बताई गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि बरामद किए गए सभी बच्चों को फिलहाल चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है। साथ ही इन बच्चों को ले जाने जा रहे दोनों युवकों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
युवक ने बताया मजदूरी कराने ले जा रहे थे महाराष्ट्र और गुजरात
जीआरपी थाना प्रभारी रणधीर कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान उमेश और राकेश ने बताया कि वह इन सभी बच्चों को मजदूरी कराने ले जा रहा था। उन्होंने बताया कि 7 बच्चों को महाराष्ट्र में अंगूर की खेती के लिए जबकि, एक बच्चे को गुजरात के विजयवाड़ा में साबुन फैक्ट्री में काम दिलाने का झांसा देकर उन्हें गुजरात ले जा रहा था। फिलहाल उन दोनों के मंसूबों पर पानी फिर गया। उन्होंने बताया कि बाल मजदूरी कानूनन अपराध है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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