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हाइवे पर सोमवार को आवाजाही प्रभावित रही, क्योंकि आगजनी चल रही है।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पुलिस सप्ताह का पहला दिन बिहार पुलिस के लिए मुसीबतों भरा रहा। रविवार के बाद दूसरे दिन सोमवार को भी राजधानी पटना के सिटी इलाके से सटे जेठुली में नेशनल हाइवे के आसपास हंगामा होता रहा। फायरिंग में रविवार को दो लोगों की मौत के बाद हत्याकांड के आरोपी का घर-कॉम्यनिटी हॉल आदि जलाने के बाद से हंगामा शांत कराने का पुलिसिया प्रयास पूरी तरह विफल रहा। रातभर किसी तरह तनाव के बीच शांति रही, लेकिन सोमवार को सुबह होते ही उपद्रव शुरू हो गया। दो युवकों गौतम और रोशन की मौत के विरोध में परिजनों और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। घायलों में से एक मुनारिक राय (गौतम का चाचा) की मौत की खबर दोपहर बाद पहुंची तो आग अंदर ही अंदर और सुलग गई। यह और बड़े बम में रूप में नहीं फटे, इस डर से पुलिस सहमी है।
मुख्यारोपी बच्चा राय के भाई के घर, फैक्ट्री और उसके पड़ोसी के घर में आग लगा दी। इसके बाद गैस वेंडर से मारपीट की। इतना ही नहीं आक्रोशित लोगों ने मीडिया कर्मियों को बेरहमी से पीटा। उनके मोबाइल और कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं दोपहर करीब एक बजे रविवार को मरे युवक के अंतिम संस्कार कर लौट रहे लोग फिर आक्रोशित हो गए। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो पथराव करने लगे। इसके बाद हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को 4 राउंड फायरिंग करनी पड़ी फिलहाल इलाके में हालात तनावपूर्ण हैं। पुलिस लगातार कैंप कर रही है।
पूरा जेठुली गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया
इधर, पुलिस आक्रोशित लोगों को समझाने पहुंची तो लोगों ने पुलिस को भी खदेड़ दिया। इधर, एसएसपी के निर्देश पर पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंच गई। पूरा जेटली गांव पुलिस छावनी में तब्दील है। इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। पुलिस स्थानीय लोगों से घर से नहीं निकलने की अपील कर रही है। साथ ही उपद्रवियों की तलाश में छापेमारी अभियान चला रही है।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री घटनास्थल को बुलाने की मांग
मरने वालों के परिजन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को घटनास्थल पर बुलाने की मांग कर रहे हैं। आक्रोशित लोगों ने यह चेतावनी दी है कि जब तक मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री घटनास्थल पर नहीं आते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। पुलिस का कहना है कि जेठुली गोलीकांड में अबतक 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। ग्रामीण से अपील है कि शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस की मदद करें। गोलीकांड में शामिल सभी आरोपियों को पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को 43 राउंड फायरिंग में 2 की मौत
रविवार दोपहर पटना में वर्चस्व की लड़ाई में जमकर गोलीबारी हुई थी। एक पक्ष के लोगों ने करीब 43 राउंड फायरिंग की। इसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दूसरे पक्ष ने हत्या के गुस्से में आरोपी के घर और कॉम्युनिटी हॉल में आग लगा दी। नेशनल हाइवे पर घंटों तांडव हुआ। कॉम्युनिटी हॉल का सामान बाहर निकालकर सड़क पर जलाया जाता रहा। इधर घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले लोगों को समझाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस को लोगों की रोड़ेबाजी के कारण पैर वापस खींचना पड़ा। फिर वरीय पुलिस अधिकारियों के आदेश पर इलाके में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए। रविवार की रात बाहर-बाहर थोड़ी शांति रही, लेकिन सुबह होते ही मामला फिर सुलग उठा।
गाड़ी खड़ी करने का विवाद इस हद तक बढ़ा
जेठुली गांव के पूर्व पंचायत प्रतिनिधि टुनटुन यादव ने रविवार दोपहर को कहा था कि हमलोगों के पार्किंग ग्राउंड के पास मुखियापति सतीश राय उर्फ बच्चा राय का ड्राइवर गाड़ी खड़ी कर रहा था। इसी दौरान मैं अपनी कार निकाल रहा था। मैंने सतीश राय के ड्राइवर को गाड़ी हटाने के लिए कहा तो वह नहीं माना। इतने में सतीश राय वहां पहुंचा और विवाद करने लगा। कुछ देर में उसके सहयोगी बंदूकें लेकर वहां पहुंच गए। इधर, मेरे परिजन सतीश राय को समझाने वहां पहुंचे। जब हमलोग कुछ बोल पाते सतीश राय और उसके सहयोगी गोलीबारी करने लगे। इसमें आधा दर्जन लोगों को गोली लग गई। रोशन और गौतम की मौत हो गई। चारों घायलों का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है, जिनमें से सोमवार को एक की मौत हो गई।
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