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गोपालगंज. गोपालगंज में भू-माफियाओं ने लाइब्रेरी ही नहीं, गंडक नदी की करोड़ों की खाली जमीन को भी बेच डाला है. मांझा प्रखंड के गौसिया में सरकारी स्कूल के पास गंडक नदी के करोड़ों की जमीन को बेचने और जमाबंदी कराकर रसीद काटने का खुलासा हुआ है. डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी द्वारा गठित जांच टीम के सामने शिक्षक से जमीन माफिया बने संतोष महतो के कारनामे खुलकर सामने आने लगे हैं.
जांच टीम के सामने जो तथ्य सामने आए हैं, उसे जानकर अधिकारी भी हैरान रह गए हैं.
एक शिक्षक अपने घर पर अंचल कार्यालय का पूरा काम कैसे निबटा रहा था. सरकारी दस्तावेज और नक्शा समेत जमाबंदी के कागजात, रसीद और सीओ का मुहर घर पर कैसे पहुंच गया था. ये तमाम सवाल हैं, जिसपर जांच टीम गहराई से जांच कर रही है. हालांकि लंगटुहाता मिडिल स्कूल और मांझा बाजार का रहने वाला शिक्षक फरार है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए बिहार के अलावा यूपी में भी लगातार छापेमारी कर रही है. दूसरी तरफ जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार शर्मा ने बताया कि संतोष महतो पंचायत से नियोजित शिक्षक है. उस पर कार्रवाई करने का अधिकार पंचायत नियोजन इकाई को है. वैसे डीपीओ स्थापना को निर्देश दिया गया है कि वे इसका मॉनीटरिंग करे.
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124 लोगों के हाथों बेची गयी गंडक नदी की जमीन
जानकार सृत्रों ने बताया कि मांझा प्रखंड के के लगटू हाता गांव के रहने वाले शिक्षक संतोष महतो ने वर्ष 2016 से लेकर अब तक गौसिया, नेमुइया, मगुरहां, माघी गांव में 124 लोगों को गंडक नदी के जमीन में बेचने का काम किया. इलाके के प्रभावशाली लोगों से मोटी रकम लेकर एक बिगहा से पांच बिगहा तक का रसीद कटवाने में शामिल रहा है. रसीद कटवाने वाले उन जमीनों पर खेती कर रहे है. जानकारों ने दावा किया है कि गौसिया बेसिक स्कूल के पास भी कई लोगों को गंडक नदी के जमीन का रसीद कटवा चुका है. डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी के द्वारा गठित टीम में डीटीओ मनोज कुमार रजक, एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार, डीसीएलआर वीरेंद्र कुमार जमीन से जुड़े रेकॉर्ड को खंगालने में जुटे है. अधिकारियों के जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ लगे है
जांच के दाये में सीओ, पद से हटाये गए
जांच कर रहे अधिकारी भी हैरत में पड़े हैं. माफिया के प्रभाव में आकर काम करने वाले कई अंचल अधिकारी अब जांच के दायरे में आ गये है. डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने सीओ मो. शाहिद अख्तर को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है.
क्या है पूरा मामला
बीते छह दिसंबर की शाम को डीएम के आदेश पर एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार ने मांझा थानाध्यक्ष विशाल आनंद के साथ शिक्षक संतोष कुमार के आवास पर छापेमारी की, जहां से सीओ कार्यालय संचालित होने का खुलासा हुआ था. इस संबंध पर शिक्षक के खिलाफ सीओ शाहीद अख्तर के तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि मांझा अंचल में संतोष महतो के कारनामें सामने आ रहा है. नदी के जमीन को बेचने के मामले भी जांच हो रही है. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी, जो दोषी होंगे उनपर कार्रवाई होगी.
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प्रथम प्रकाशित : 10 दिसंबर, 2022, 23:28 IST
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