[ad_1]
मंत्री अश्विनी चौबे के अपशब्द
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
विस्तार
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे एक बार फिर विवादास्पद बयान से चर्चा में आ गए हैं। कैमूर जिले में जिला स्तरीय समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में पहुंचे केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा- “बिहार के मुख्यमंत्री नपुंसकता के शिकार हो चले हैं। बिहार में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कुछ नहीं कर रहे हैं। फिर से बिहार में जंगलराज रिटर्न की घटनाएं दोहराई जा रही हैं।”
सरकार संवेदनहीन हो गई पूरी तरह से
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बुधवार को कैमूर में कहा पूरी दुनिया भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर देख रहा है। मैं कई देशों के साथ अपने देश के कई राज्यों का दौरा किया हूं। जो गुजरात, हिमाचल चुनाव में भाजपा दो तिहाई बहुमत से जीत रही है। बिहार के कुढ़नी उपचुनाव में भी विजय प्राप्त करेंगे। उन्होंने इसके साथ ही बिहार में बढ़ते अपराध पर सरकार को घेरा। चौबे ने कहा कि बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नपुंसकता के शिकार पर चले गए हैं। यह मैं इसलिए कह रहा हूं कि यहां दो दिन से हत्याएं हो रही हैं, लेकिन सरकार संवेदनहीन है पूरी तरह से।
इस्तीफा देकर तपस्वी बन जाएं नीतीश
महिलाओं पर अरवल में अपराधी गलत नीयत से घर में घुसकर मां-बेटी को पेट्रोल डालकर जला देता है, इसे जंगलराज नहीं तो और क्या कहा जाएगा? और, मुख्यमंत्री अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। मुख्यमंत्री को ऐसे मामले पर इस्तीफा दे देना चाहिए। 48 घंटे के अंदर में 6 बड़ी घटनाएं हुई हैं। मुख्यमंत्री जी से मैं कहना चाहूंगा कि आप से बिहार चलने वाला नहीं है। पद से इस्तीफा देकर तपस्वी का जीवन यापन करिए।
[ad_2]
Source link