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करोड़ों रूपये गबन के आरोपी पूर्व IASअधिकारी एस एम राजू पर बड़ी कार्रवाई, भेजे गये जेल
– फोटो : AMAR UJALA DIGITAL
विस्तार
गया के पूर्व जिलाधिकारी और 1991 बैच के IAS अधिकारी एस एम राजू को पटना के निगरानी न्यायालय ने शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में बेउर जेल पटना भेज दिया है। विशेष न्यायाधीश मनीष द्विवेदी की अदालत में एसएम राजू ने नियमित याचिका दाखिल की थी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया। इन पर महादलित विकास मिशन के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर रहते हुए सरकारी राशि के गबन और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा था। इसके बाद निगरानी थाना में कांड संख्या 81/2017 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इनके खिलाफ 406, 409, 420, 467, 468, 471,477A एवं धारा 120 B के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस संबंध में निगरानी ब्यूरो के द्वारा यह बताया गया था कि IAS पदाधिकारी पर लगाए गए आरोप की जांच की गई, जिसमें उन पर लगाए गए आरोप सत्य पाए गए और उनके खिलाफ 25 अप्रैल 2019 को निगरानी अदालत में चार्जशीट दाखिल किया गया। निगरानी अदालत में दाखिल चार्जशीट के अनुसार बिहार के एससी-एसटी कल्याण विभाग में छात्रवृत्ति घोटाला हुआ था। तकनीकी संस्थानों में पढ़ने वाले एससी-एसटी छात्र-छात्राओं के एवज में फर्जी तरीके से तकनीकी संस्थानों को भुगतान करने का आरोप था।
महादलित विकास मिशन में गबन का आरोप
1991 बैच के IAS अधिकारी एस एम राजू पर विभिन्न तकनीकी संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को 2013-14 वित्तीय वर्ष में छात्रवृत्ति भुगतान के संबंध में अनियमितता का आरोप लगा था। सरकार ने निगरानी विभाग द्वारा जांच कराई थी। निगरानी ब्यूरो ने इनके खिलाफ 29 नवंबर 2016 को मामला दर्ज किया था। यह मामला उस समय काफी चर्चित हुआ था। यह घोटाला सामने आने के बाद नीतीश सरकार की काफी फजीहत भी हुई थी। वैसे गया में जब ये जिलाधिकारी थे तो नगर निगम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहते हुए करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ था। तत्कालीन उप प्रशासक अरविंद चौधरी ने एस एम राजू के खिलाफ सिविल लाइन थाना में मामला दर्ज कराया था।
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