Home Bihar Begusarai News: किसान शेड नेट लगाकर कर सकते है ‘टेंशन फ्री’ खेती, मिल रहा 75 फीसदी अनुदान, जानिए पूरी खबर

Begusarai News: किसान शेड नेट लगाकर कर सकते है ‘टेंशन फ्री’ खेती, मिल रहा 75 फीसदी अनुदान, जानिए पूरी खबर

0
Begusarai News: किसान शेड नेट लगाकर कर सकते है ‘टेंशन फ्री’ खेती, मिल रहा 75 फीसदी अनुदान, जानिए पूरी खबर

[ad_1]

रिपोर्ट :नीरज कुमार

बेगूसराय. अब जिले में भी फसल को मौसम की मार के साथ-साथ तमाम जोखिमों से बचाने के लिये संरक्षित खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है. बेगूसराय जिला उद्यान विभाग शेड नेट में खेती की शुरुआत कराने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने में जुट गया है.इस संरक्षित ढांचे को लगाने के लिये सरकार भी कई योजनाएं चला रही है. जिसके माध्यम से किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. जिससे खेती की लागत किसानों पर भारी न पड़े. वहीं अधिकारियों का कहना है कि बेगूसराय के किसान राष्ट्रीय बागवानी मिशन और मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के जरिए शेडनेट लगवा सकते है.

बेगूसराय जिला उद्यान अधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि जिले में फ्रंट एंड डेमोंसट्रेशन के तहत शेड नेट लगाने का काम शुरू किया गया है. पिछले वित्तीय वर्ष जिले में तीन शेड नेट का लक्ष्य था जिसे पूरा कर लिया गयाहै. इस योजन मे किसानों को पटवन, डीपर, फॉगर, सहित अन्य सुविधाएं दी जा रही है. इस योजना के जरिए किसानों को 75 फीसदी अनुदान के तौर पर दिया जाता है. यह राशि जिला कृषि विभाग के द्वारा लगाने वाली कंपनी को दी जाती है.

शेड नेट के लिए दो हजार वर्ग मीटर जमीन है अनिवार्य
अगर बेगूसराय जिले के किसान इस योजना का लाभ लेना चाह रहे है तो उनके पास 2000 वर्ग मीटर की जमीन होना चाहिए.साथ ही किसान रजिस्ट्रेशन उनके पास होना चाहिए और आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है. इसके साथ ही बैंक अकाउंट उनके नाम से और जमीन के कागजात उनके नाम या उनके पूर्वजों के नाम से होना चाहिए. संरक्षित खेती के लिये आर्थिक अनुदान का लाभ लेकर शेड नेट लगाना चाहते हैं तो बिहार कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय के पोर्टल horticulture.bihar.gov.in पर विजिट कर सकते हैं. साथ हीं किसान बेगूसराय के उद्यान कार्यालय में संपर्क कर सकते है .

किसानों को दिया जा रहा प्रोत्साहन
कृषि कार्यालय से मिली जानकारी के यह ढांचा लगाकर फसल और नर्सरी के पौधों को मौसम की अनिश्चितताओं से लेकर कीट रोग से होने वालें जोखिम से बचा सकता है. इस आधुनिक तकनीक के साथ खेती करने पर पानी, श्रम समेत कई संसाधनों की बचत होती है और बेमौसमी सब्जियों का भी अच्छा उत्पादन मिलता है. इन्हीं फायदों के मद्देनजर अब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों को इस आधुनिक तकनीक को अपनाने के लिये प्रोत्साहित कर रही हैं.

टैग: Begusarai news, बिहार के समाचार हिंदी में

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here