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बांका. बांका के मधुमक्खी पालक किसानों के लिए खुशखबरी है. करझौसा के पास हनी प्रोसेसिंग प्लांट का काम जल्द पूरा हो जाएगा. इस प्लांट के चालू हो जाने से कटोरिया, बेलहर, चांदन समेत पूरे जिले के मधुमक्खी पालक किसानों को काफी फायदा होगा. अभी यहां के किसान थोक भाव में शहद को 115 से लेकर 140 रुपये प्रति किलो बेच रहे हैं. प्रोसेसिंग के बाद शहद की कीमत करीब 200 रुपये प्रति किलो हो जाएगी. खुदरा भाव की बात की जाए तो 300 से 350 रुपये प्रति किलो इसकी बिक्री की जा सकेगी.
लगता है दो घंटे का समय
करझौसा के पास हनी प्रोसेसिंग प्लांट के लिए बेसमेट तैयार कर लिया गया है. साथ ही प्लांट का कुछ भाग इंस्टॉल भी कर दिया गया है. इसमें हीटिंग टेंक आदि शामिल है. हालांकि, पैकेजिंग और शेड का काम अब भी अधूरी है. इसका काम पूरा हो जाने के बाद यहां पर हनी की प्रोसेसिंग शुरू हो जाएगी. तीन क्विंटल शहद की प्रोसेसिंग में करीब दो घंटे का समय लगता है. मधुमक्खी पालन से जुड़े बाराहाट के किसान आशीष कुमार ने बताया कि यहां हनी प्रोसेसिंग प्लांट बेहद जरूरी है. हनी की प्रोसेसिंग हो जाने से उसे लंबे समय तक सुरक्षित भी रखा जा सकता है. इससे आप रिटेल में इसकी बिक्री कर सकते हैं. अभी वे लोग कुछ हनी की प्रोसेसिंग बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में करा रहे हैं.
90 फीसदी तक दिया जा रहा है अनुदान
हाल के दिनों में बांका के किसानों का झुकाव मधुमक्खी पालन ओर तेजी से बढ़ रहा है. आदिवासी इलाकों में बड़ी संख्या में किसान मधुमक्खी पालन से जुड़े हैं. उद्यान विभाग की ओर से इन किसानों को अनुदानित दर पर बॉक्स और हनी स्ट्रक्चार भी उपलब्ध कराया जाता है. इसके लिए पहले किसानों को प्रशिक्षण लेना होता है. एससी-एसटी किसानों को हनी बॉक्स पर 90 फीसद तक अनुदान दिया जाता है, जबकि सामान्य किसानों को 75 फीसद अनुदान दिया जाता है.
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प्रथम प्रकाशित : 02 जनवरी, 2023, दोपहर 12:55 बजे IST
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