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बिहार की राजधानी पटना के दानापुर में अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ बिहार सरकार सख्त कार्रवाई करने के मूड में है। पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप मैसेज के आधार पर इन सब के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इनसब के बीच उन्होंने जो बड़ी जानकारी दी है वह है इस हिंसा में कोचिंग सेंटरों के मालिकों की भूमिका के बारे में। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल उपकरणों पर कुछ कोचिंग सेंटरों के वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप संदेश मिले। हम उस सामग्री के आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। जिन कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता स्थापित होगी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अब तक 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, 46 गिरफ्तार
पटना के डीएम ने कहा कि हमने महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया है। हम छात्रों से शांतिपूर्वक विरोध करने की अपील करते हैं। दानापुर रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ के आरोप में 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है जबकि 46 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट बंद
बिहार में प्रदर्शन की नीतीश सरकार ने राज्य के 12 जिलों में इंटरनेट बंद करने का फैसला किया है। जिन जिलों में इंटरनेट सुविधा पर रोक लगाई गई है, उनमें रोहतास, लखीसराय, औरंगाबाद, कैमूर, भोजपुर, बक्सर, सारण, समस्तीपुर, बेगूसराय, नवादा, चंपारण और वैशाली शामिल हैं। यह रोक अलग 48 घंटे तक लागू रहेगी।
बिहार में 27 रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़
बता दें कि सेना की अग्निपथ योजना के खिलाफ शुक्रवार को बिहार के कई जिलों में तीसरे दिन भी जमकर हिंसक प्रदर्शन हुए। लखीसराय में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं 27 रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई तथा 14 ट्रेनों को फूंक दिया गया। पुलिस-प्रशासन के वाहनों के अलावा भाजपा नेताओं के घरों और दफ्तरों को भी निशाना बनाया गया। कई बसें आग के हवाले कर दी गईं तो कई जगह उपद्रवियों ने पत्थर बरसाए।
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