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पटना में 12वीं बार हुई दही खाओ इनाम पाओ प्रतियोगिता।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार में लोग मकर संक्रांति पर भी दही-चूड़ा खाते हैं, चूड़ा दही नहीं। मतलब, दही ज्यादा और चूड़ा कम। क्या कोई सोच सकता है कि 500 लोग मिलकर तीन-तीन मिनट के अंदर 5 क्विंटल दही खा लेंगे! और, क्या कोई एक आदमी तीन मिनट के दरम्यान 3 किलो 647 ग्राम दही खा सकता है! लेकिन, यह सच है। इतना ही नहीं, सर्वाधिक दही खाने वाले वरीय नागरिक वर्ग के हैं। दरअसल, मकर संक्रांति पर हर साल पटना डेयरी प्रोजेक्ट परिसर में दही खाओ, इनाम पाओ प्रतियोगिता होती है। 12वीं दही खाओ, इनाम पाओ प्रतियोगिता में यह सब हुआ। प्रतियोगिता तीन घंटे चली, लेकिन हर वर्ग में किसी को भी तीन मिनट तक ही दही खाना था। कोरोना के कारण दो साल बंद रही प्रतियोगिता बुधवार को हुई और इसका परिणाम जारी हुआ तो यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। प्रतियोगिता में शामिल होने वाले भले नहीं चौंके, मगर हमारे-आपके लिए यह जरूर आश्चर्यचकित करने वाला परफॉर्मेंस है।
महिलाएं भी दो-दो किलो से ज्यादा खा गईं
दही खाकर इनाम पाने वाली महिलाओं ने भी गजब परफॉम किया। विजेता रहीं पटना की प्रेमा तिवारी ने 2 किलो 718 ग्राम दही खाकर दिखाया। दूसरे और तीसरे स्थान पर भी पटना की महिलाएं रहीं। मधु कुमारी ने 2 किलो 14 ग्राम, जबकि नीरू कुमारी ने एक किलो 966 ग्राम दही खाकर पुरस्कार जीता। पुरुष वर्ग में पटना जिले के बाढ़ निवासी अजय कुमार ने 3 किलो 420 ग्राम दही खाकर पहला पुरस्कार जीता। दूसरे नंबर पर सदीसोपुर के अनिल कुमार रहे, जिन्होंने 3 किलो 156 ग्राम दही का सेवन किया। दो किलो 998 ग्राम दही खाकर गर्दनीबाग के राजीव रंजन ने तीसरा स्थान हासिल किया।
वरीय नागरिक श्रेणी के विजेता ही ओवरऑल चैंपियन
वरीय नागरिक वर्ग के प्रतियोगी जहानाबाद निवासी प्रणय कांत पिछले बार भी विजेता थे। इस बार भी सर्वाधिक उन्होंने ही दही खाकर दिखाया। उन्होंने तीन किलो 647 ग्राम दही खाकर इस वर्ग का पहला पुरस्कार तो जीता ही, सभी श्रेणियों में सबसे ज्यादा दही खाकर भी दिखाया। दूसरे नंबर पर भी जहानाबाद के ही संजय द्विवेदी रहे। इन्होंने दो किलो 496 ग्राम दही खाकर दिखाया। तीसरे स्थान पर पटना के कुंदन ठाकुर रहे। इन्होंने दो किलो 359 ग्राम दही खाकर पुरस्कार जीता। डेयरी प्रोजेक्ट के प्रभारी प्रबंध निदेशक एसएन ठाकुर ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए 700 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। पूरे बिहार से रजिस्ट्रेशन हुआ था। अंतिम तौर पर 500 प्रतिभागी शामिल हुए।
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