Home Bihar हनुमान चालीसा को लेकर अब बिहार में गर्माई राजनीति, BJP बोली- कई जिलों में नहीं कर सकते पाठ

हनुमान चालीसा को लेकर अब बिहार में गर्माई राजनीति, BJP बोली- कई जिलों में नहीं कर सकते पाठ

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हनुमान चालीसा को लेकर अब बिहार में गर्माई राजनीति, BJP बोली- कई जिलों में नहीं कर सकते पाठ

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पटना. हनुमान चालीसा के पाठ पर अब बिहार में भी सियासत (Bihar Politics) शुरू हो गयी है. कश्मीर में हिंदुओं पर अत्याचार और उनकी जाति विध्वंश पर पटना (Patna) में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत बीजेपी नेताओं के द्वारा हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) के पाठ से की गई. बीजेपी के नेताओं ने न सिर्फ हनुमान चालीसा का पाठ किया बल्कि राज्य में हनुमान चालीसा पाठ करने को लेकर बड़ा आरोप भी लगाया. बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि बिहार के कई जिलों में इस तरह हनुमान चालीसा नहीं पढ़ सकते. उन्होंने कहा कि किशनगंज, जोकीहाट, दरभंगा, बिस्फी, मधुबनी में आप हनुमान चालीसा नहीं पढ़ सकते हैं. कश्मीर फाइल्स की तरह बिहार फाइल्स भी बन सकता है. बिहार में हम गठबंधन में सरकार में हैं. यहां सुडो सेकुलरिज्म (छद्म धर्मनिरपेक्षता) के कारण ऐसा हो रहा है.

बचौल ने कहा कि बिहार में कब्रिस्तान की घेराबंदी की जा रही है. श्मसान के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. वोटों के लालच में लोग इफ़्तार में शामिल हो रहे हैं. देखते हैं फलाहार में कौन-कौन शामिल होते हैं. उन्होंने कहा कि जब बिहार में हमारी सरकार बनेगी, हर जगह हनुमान चालीसा पढ़ा जाएगा. जिस प्रकार हनुमान जी ने रावण की लंका जलाई थी, उसी प्रकार बिहार और देश के ऊपर मंडरा रहे रावण रूपी राक्षस को जला दिया जाएगा.

वहीं, कश्मीरी हिंदुओं पर हुए अत्याचार पर आयोजित इस कार्यक्रम में हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रगान को हनुमान चालीसा से जोड़ने की जरूरत नहीं है. मुश्किलों के समय में हनुमान चालीसा शरीर में ताकत और ऊर्जा देती है. भारत में सभी को रहने की आज़ादी है, वो कोई भी हो या कोई कश्मीरी पंडित हो. कश्मीर में पंडितों के साथ जो हुआ वो दुखद है. केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों को फिर से पुनर्वासित कर रही है. केंद्र सरकार ने कश्मीर को विशेष पैकेज दिया है.

पटना में कश्मीरियों पर अत्याचार की अनकही कहानी की परिचर्चा में हनुमान चालीसा पाठ पर एमएलसी सचिदानंद राय ने कहा कि हिंदू संगठन का कार्यक्रम था इसलिए हनुमान चालीसा से इसकी शुरुआत हुई है. कार्यक्रम की समाप्ति राष्ट्रगान से होगी, इसमें बुरा क्या है. हिंदू संगठन के कार्यक्रम की शुरुआत हनुमान चालीसा से ही होनी चाहिए.

पटना के विद्यापति भवन में शनिवार को चर्चा भले कश्मीर पर हो रही थी. लेकिन बीजेपी के नेताओं ने बिहार में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का भी जिक्र किया. बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने बिहार के सेक्युलरिज्म पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तुष्टिकरण हो रहा है. उन्होंने कहा कि जहां की सत्ता इस्लामिक तुष्टिकरण का केंद्र बनेगी, तब-तब वहां कश्मीर फाइल्स के हालात बनते रहेंगे. बिहार में जातिवाद की राजनीति करने वालों के खात्मे के वक्त आ गया है. अब यहां हिंदुओं की राजनीति होगी.

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