Home Bihar स्वच्छता सर्वे 2022: स्वच्छता से सीधे जुड़े 11 अलग सवालों का लोगों से ऑनलाइन जवाब लेकर तय होगा- राजधानी कितनी साफ-सुथरी है?

स्वच्छता सर्वे 2022: स्वच्छता से सीधे जुड़े 11 अलग सवालों का लोगों से ऑनलाइन जवाब लेकर तय होगा- राजधानी कितनी साफ-सुथरी है?

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स्वच्छता सर्वे 2022: स्वच्छता से सीधे जुड़े 11 अलग सवालों का लोगों से ऑनलाइन जवाब लेकर तय होगा- राजधानी कितनी साफ-सुथरी है?

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पटना20 मिनट पहलेलेखक: अमनेश दुबे

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स्वच्छता सर्वे-2022 के लिए राजधानी के लोगों से फीडबैक लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सिटीजन फीडबैक को पूरे मार्च महीने तक ऑनलाइन चलाया जाएगा। पटना साफ-सुथरा है या नहीं, इसके लिए 11 सवाल तय किए गए हैं और लोगों के जवाब से ही रैंकिंग तय होगी।

इस बार शहर के लोगों से फीडबैक लेने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं। अगले महीने स्वच्छता सर्वे की टीम पटना आएगी और शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर लोगों से फेस-टू-फेस फीडबैक लेगी। इसबार उम्र के हिसाब से फीडबैक लेने का सिस्टम तैयार हुआ है। इसबार 15 से 60 वर्ष तक के आयु वाले लोगों के साथ ही इससे अधिक उम्र के लोगों की राय को ज्यादा महत्व दिया जाएगा। इसबार के स्वच्छता सर्वेक्षण में सीनियर सिटीजन और युवाओं से अधिक फीडबैक लिया जाएगा।

सिटीजन फीडबैक के लिए ये हैं 11 सवाल

1. क्या आपके घर से प्रतिदिन कचरे का उठाव होता है? 2. क्या गीला व सूखे कचरे का उठाव अलग-अलग होता है? 3.क्या आपने स्वच्छता एंथम वाले गीत हर धड़कन है स्वच्छ भारत की…सुना या देखा है? 4.क्या आप जानते हैं कि अपने नजदीकी पब्लिक टॉयलेट को गूगल पर सर्च कर सकते हैं? 5. क्या आपके द्वारा डाउनलोड किए गए स्वच्छता एप या सिटी एप से शिकायतों का निवारण होता है?

6.क्या आप अपने आसपास के क्षेत्र को हमेशा साफ-सुथरा पाते हैं? 7.क्या आप घर में ही कचरा से कंपोस्ट बनाना जानते हैं? 8. क्या आप पुरानी किताबें, टूटे खिलौने, कपड़े, जूते-चप्पल आदि को फिर से उपयोग या रिसाइकिल करने के बारे में जानते हैं? 9.क्या आप अपने शहर को स्वच्छता सर्वे में शामिल होने के प्रति जागरूक हैं? 10. क्या आप ओपन यूरिनेशन स्पॉट अथवा यलो स्पॉट के बारे में स्वच्छता एप में पाते हैं?

स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के तहत शहर की सफाई की परीक्षा 6000 की बजाए इसबार 7500 अंक की होगी। पटना समेत देशभर के शहरों की सफाई का आकलन करने के लिए कई नए मापदंड जोड़े गए हैं। ऑनलाइन व डिजिटल तरीकों से शहर का आकलन लोगों के फीडबैक के हिसाब से होगा।

अधिक से अधिक फीडबैक देने से रैंकिंग बेहतर होने की उम्मीद है। फीडबैक के लिए 11 सवाल होंगे, जिसपर लोगों को अपना फीडबैक देना है। बता दें कि पिछली बार बिहार में पटना में सबसे अधिक लोगों ने अपना फीडबैक दिया था।

सर्विस लेवल प्रोग्रेस के इस बार 3000 अंक
पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण में सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 2000 अंक निर्धारित थे। इस बार 3000 है। सर्विस लेवल प्रोग्रेस में प्लास्टिक व पॉलीथिन पर प्रतिबंध, गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग उठने की व्यवस्था, कूड़े का बेहतर निस्तारण, सीवरेज की सफाई आदि शामिल है।

इसमें इस बार सफाई मित्रा सुरक्षा को भी जोड़ा है, यानी शहर में सफाई का काम मेन्युअल है या मशीनी है, सफाई कर्मचारी सुरक्षा उपकरणों से लैस हैं या नहीं, सफाई मित्रों का वैक्सीनेशन हुआ है या नहीं। इन सभी सेवाओं के आधार पर कुल 3000 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस के रखे हैं।

सिटीजन वॉयस के 2250 अंक निर्धारित
एक प्रश्न के उत्तर के लिए 50 अंक का निर्धारण किया गया है। कम से कम चार प्रश्नों के जवाब देने होंगे। प्रश्नों का उत्तर हां या नहीं में देना है। 2250 अंक सिटीजन वॉयस के निर्धारित किए गए हैं।

कॉल, एप, पोर्टल…हर तरह का ऑप्शन
स्वच्छता सर्वे-2022 के लिए राजधानी के लोग अपना फीडबैक आसानी से दे सकते हैं। घर अाैर दफ्तर में बैठे-बैठे ही फीडबैक देने की सुविधा है। इसके लिए छह माध्यम हैं। इनमें एक हेल्पलाइन नंबर 1969 पर कॉल कर फीडबैक दे सकते हैं।

वहीं, दूसरा है स्वच्छता एप, जिसपर सवालों के जवाब दे सकते हैं। इसके अलावा वोट फॉर योर सिटी एप, मेरी सरकार पोर्टल, क्यूआर कोड आधारित फीडबैक दिया जा सकता है। इसके साथ ही स्वच्छता सर्वे 2022 पोर्टल पर भी अपनी राय दे सकते हैं।

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