Home Bihar सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से छीना बिहार दिवस का क्रेडिट, कहा- हमने सबसे पहले मनाना शुरू किया

सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से छीना बिहार दिवस का क्रेडिट, कहा- हमने सबसे पहले मनाना शुरू किया

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सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से छीना बिहार दिवस का क्रेडिट, कहा- हमने सबसे पहले मनाना शुरू किया

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नीलकमल, पटना: आज से ठीक 13 साल पहले यानी 2010 में बिहार में NDA सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार दिवस मनाने की परम्परा शुरू की थी। आज की तारीख में बिहार दिवस पूरे देश के साथ विदेशों में भी बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। आज पटना के गांधी मैदान के साथ बिहार और देश के अलावा जापान, अमेरिका, दुबई एवं भूटान में भी बिहार दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। बिहार दिवस के मौके पर बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहारवासियों से एक संकल्प लेने की अपील की है।

सुशील मोदी ने बिहारवासियों से यह संकल्प लेने की अपील की

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने बिहार दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने अपील किया है कि लोग बिहार में राजनीतिक स्थिरता लाने और दस साल में विकसित राज्य बनाने का संकल्प लें। सुशील मोदी ने कहा कि 2005 में जब एनडीए सरकार आयी, तब बिहार विकास पटरी पर लौटा था। उस दौर में अपराध पर कठोर नियंत्रण, वित्तीय अनुशासन, भ्रष्टाचार पर अंकुश, ढांचागत विकास में भारी निवेश और उच्च शिक्षा के नये संस्थान खुलने से बिहारी अस्मिता का पुनर्जागरण हुआ था। बिहार दिवस मनाने की शुरुआत भी उसी दौर में हुई थी।

उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने विकास और गुड गवर्नेंस दिया। जिससे बिहार सबसे तेज विकास करने वाला राज्य बना। सुशील मोदी ने कहा कि दुर्भाग्यवश, कुछ लोगों की पीएम-सीएम बनने की महत्वाकांक्षाएँ इतनी भारी पड़ीं कि बिहार फिर अस्थिरता के भंवर में फंस गया। उन्होंने कहा कि बिहार दिवस पर हमें राजनीतिक स्थिरता और विकास का दौर लौटाने का संकल्प लेना चाहिए।

श्री बाबू ने बिहार को विकसित बनाने की शुरुआत की थी: सुशील मोदी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि आजादी के बाद 14 साल तक राजनीतिक स्थिरता रही। फिर प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह उर्फ श्री बाबू के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य का प्रारम्भिक विकास हुआ। सुशील मोदी ने कहा कि 1961 में श्री बाबू की मृत्यु के बाद अस्थिरता, भ्रष्टाचार और कुशासन के चलते बिहार लगातार पिछड़ता गया। उन्होंने कहा कि 1961 से 1990 तक 29 साल में यहां 23 मुख्यमंत्री आये-गए और राष्ट्रपति शासन भी लगता रहा। इससे विकास बाधित हुआ।

1990 के बाद बिहार की हालत हुई खराब

बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 1990 में ऐसी सरकार आयी, जिसने बीस साल राज करने के इरादे से अपराध और भ्रष्टाचार का खुलकर राजनीतिकरण किया। लेकिन विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया। उस दौर में बिहारी कहलाना शर्म की बात हो गई थी। उन्होंने कहा कि भले ही एक सरकार 20 साल राज नहीं कर सकी। लेकिन 15 साल में ही उसने राज्य को 50 साल पीछे धकेल दिया। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 29 साल में 23 मुख्यमंत्री आये-गए, बिहार में इसी अस्थिरता की वजह से विकास कार्य बाधित हुआ। लेकिन अब बिहार की जनता को राजनीतिक स्थिरता लाने और विकसित राज्य बनाने का संकल्प लेना चाहिए।

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