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जीतनराम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अभद्र टिप्पणी करके सुधाकर सिंह ने साबित कर दिया है कि भले ही वह राजद में हों, पर उनकी आत्मा आज भी अपने पुराने दल भाजपा के साथ ही है। ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल की जवाबदेही बनती है कि अविलंब सुधाकर सिंह पर कारवाई करें, यही गठबंधन धर्म का पालन होगा।’

मांझी से पहले कुशवाहा ने तेजस्वी को घेरा
जीतन राम मांझी से पहले उपेंद्र कुशवाहा ने भी सुधाकर सिंह को लेकर तेजस्वी को चेतावनी दे दी थी। कुशवाहा ने कहा कि ‘तेजस्वी जी, जरा गौर से देखिए-सुनिए अपने एक माननीय विधायक के बयान को और उन्हें बताइए कि राजनीति में भाषाई मर्यादा की बड़ी अहमियत होती है। वे उसे शिखंडी कह रहे हैं, जिन्होंने बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने की मर्दानगी दिखाई थी, वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे।’

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का रिकॉर्ड कायम करने वाले इतने बड़े नेता को कोई ‘नाइट गॉर्ड’ कहे, यह बिहार की समस्त जनता का अपमान नहीं तो और क्या है ? ऐसे बयानों पर जितनी जल्दी रोक लगे उतना श्रेयस्कर होगा, गठबंधन के लिए और शायद आपके लिए भी।’
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